रवि शास्त्री (फोटो-सोशल मीडिया)
मुंबई: भारत के पूर्व क्रिकेटर और मुख्य कोच रवि शास्त्री समेत कुल 11 खिलाड़ियों को मुंबई खेल पत्रकार संघ (SJAM) द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया गया जिन्होंने अपने-अपने खेलों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
पुरस्कार पाने वालों में भारत की पूर्व महिला क्रिकेटर शुभांगी कुलकर्णी, तीन बार के अमैच्योर विश्व बिलियर्ड्स चैंपियन माइकल फरेरा, टेबल टेनिस के दिग्गज नीरज बजाज, ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से (शतरंज), और प्रसिद्ध निशानेबाज अंजलि भागवत, सुमा शिरूर व दीपाली देशपांडे शामिल हैं। इसके अलावा, हॉकी के ओलंपियन मर्विन फर्नांडिस और जोकिम कार्वाल्हो, तथा पूर्व राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियन संजय शर्मा को भी इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया।
हालांकि रवि शास्त्री इस समारोह में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उनकी मां लक्ष्मी शास्त्री ने कार्यक्रम में भाग लेकर उनके खेल जीवन की सुनहरी यादें साझा कीं। उन्होंने विशेष रूप से 1984-85 की रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में एक ओवर में लगाए गए छह छक्कों का किस्सा सुनाया।
लक्ष्मी शास्त्री ने कहा कि रवि ने हमें कई गौरवपूर्ण पल दिए हैं। मुझे तो यह भी नहीं पता था कि उस दिन वह वानखेड़े स्टेडियम में ऐसा कुछ कर रहा है। मुझे यह बात वहां मौजूद भेलपुरी वाले ने बताई। उन्होंने मुस्कुराते हुए आगे बताया कि जब रवि घर आया तो उसे जल्दी कहीं जाना था।
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मैंने पूछा, ‘क्या हुआ आज मैदान में?’ तो वह बोला, ‘आपको जानना है तो आज शाम सात बजे ऑल इंडिया रेडियो सुन लेना।’ मैंने अपने पति से कहा कि घर जल्दी आ जाना!” उन्होंने आगे कहा कि रेडियो पर जब सुना कि रवि ने गैरी सोबर्स का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, तो विश्वास ही नहीं हुआ। अगले दिन मरीन ड्राइव पर बड़े-बड़े बैनरों पर यही लिखा था।
इस समारोह में शामिल सभी दिग्गजों को उनके खेल के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया, जिससे युवाओं को प्रेरणा मिले और देश में खेलों का विकास और अधिक हो सके।