कपिल देव और अश्विन (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: रविचंद्रन अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। अचानक संन्यास लेने के फैसले से विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव भी हैरान हैं। उनको रविचंद्रन अश्विन का इस तरह से संन्यास लेना पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा कि अश्विन को भारत में अपनी धरती पर संन्यास लेना चाहिए था, जिससे उनको उचित विदाई मिलता। वह इसके हकदार थे।
अश्विन ने अचानक संन्यास लेकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। कपिल देव का मानना है कि अश्विन किसी चीज को लेकर नाखुश थे। उन्होंने मीडिया एजेंसी से बात करते हुए कहा कि मैं इस बात से हैरान था कि भारत के महानतम क्रिकेटरों में से एक ने खेल छोड़ने का फैसला कैसे किया। प्रशंसक निराश हैं लेकिन मैंने उसके चेहरे पर भी निराशा के भाव देखे। वह निराश दिख रहा था और यह दुखद है। वह इससे बेहतर विदाई का हकदार था। वह उचित विदाई का हकदार था।
अश्विन ने एक महत्वपूर्ण सीरीज के बीच में संन्यास लेने का फैसला किया और कपिल इसके पीछे का वजह जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘वह इंतजार कर सकता था और भारतीय धरती पर अपने संन्यास की घोषणा कर सकता था लेकिन मुझे नहीं पता कि उसने अभी ऐसा क्यों किया। मैं उनका पक्ष भी सुनना चाहता हूं। वह उस सम्मान का हकदार है। उसने देश की तरफ से 106 टेस्ट मैच खेले हैं। मुझे नहीं लगता कि भारतीय क्रिकेट में उनके अमूल्य योगदान की कोई बराबरी कर सकता है।”
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कपिल ने उम्मीद जताई कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अश्विन की शानदार विदाई के लिए उचित प्रबंध करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पूरा विश्वास है कि बीसीसीआई भारतीय टीम के इस मैच विजेता की शानदार विदाई के लिए उचित प्रबंध करेगा।” अश्विन एक दिग्गज और बेहतरीन गेंदबाज हैं। वो अपनी गेंदबाजी में लगातार अपनी गति में बदलाव और लाइन लेंथ में बदलाव के साथ बल्लेबाजों को परेशान करते हैं।
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अश्विन साहसी गेंदबाज था। वह मैच में किसी भी समय गेंदबाजी कर सकता था। क्या आपको ऐसे गेंदबाज मिलते हैं जो बहुत अच्छे रणनीतिकार हों और परिस्थितियों से तेजी से सामंजस्य से बिठाते हों। वह कप्तान का सबसे पसंदीदा गेंदबाज था। वह भारत की तरफ से सर्वाधिक मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीतने वाला खिलाड़ी था। वह कभी हार न मानने वाला खिलाड़ी था।” (भाषा इनपुट के साथ)