वरुण चक्रवर्ती (सौजन्य-एक्स)
ग्वालियर: तीन साल बाद बांग्लादेश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वरुण चक्रवर्ती ने वापसी की है। जहां पहले टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में वरुण चक्रवर्ती ने भारत के लिए बांग्लादेश के खिलाफ जबरदस्त स्पेल डाला। वरुण के इस स्पेल ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। उनके शानदार खेल के लिए उन्हें एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया था।
2021 के ICC T20 वर्ल्ड कप के बाद अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते हुए चक्रवर्ती ने मैच में अहम तीन विकेट चटके। इस स्पेल से युवा भारतीय टीम ने रविवार को ग्वालियर में पहले T20I मैच में बांग्लादेश पर आठ विकेट से आसान जीत दर्ज की। हाल के वर्षों में अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए 33 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि साइड-स्पिन गेंदबाजी से ओवर-स्पिन गेंदबाजी में बदलाव ने उन्हें अधिक सफलता हासिल करने में मदद की।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वरुण ने बताया, “मैं साइड-स्पिन गेंदबाज हुआ करता था, लेकिन अभी मैं पूरी तरह से ओवर-स्पिन गेंदबाज बन गया हूं।” स्पिनर ने कहा कि उन्होंने इस तरह की गेंदबाजी पर दो साल से अधिक समय तक मेहनत की, जिसकी शुरुआत तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में ट्रेनिंग से हुई।
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उन्होंने आगे कहा, “यह स्पिन गेंदबाजी का एक छोटा सा तकनीकी पहलू है, लेकिन मुझे इसमें दो साल से अधिक का समय लगा। मैंने धीरे-धीरे TNPL और IPL में इसकी ट्रेनिंग की। इस दौरान साइकलोजिकल भी काम करना पड़ा, मैंने जो प्रयास किया उसका बड़ा हिस्सा मेरे तकनीकी पक्ष पर था।”
भारतीय टीम से दूर रहने के दौरान, वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मुख्य गेंदबाजों में से एक बन गए, उन्होंने वेस्टइंडीज के टी20 सुपरस्टार स्पिन लीजेंड सुनील नरेन के साथ मिलकर काम किया। 2022 के खराब सीजन के बाद, जिसमें उन्होंने 11 मैचों में सिर्फ छह विकेट लिए।
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इसके अलावा उन्होंने 2023 और 2024 के सीजन में शानदार वापसी की, जिसमें उन्होंने क्रमशः 20 और 21 विकेट लिए। 2024 के आईपीएल में, स्पिन गेंदबाजी में नरेन के साथ उनकी साझेदारी और 19.14 के औसत ने फ्रैंचाइज़ की 10 साल में पहली आईपीएल जीत और कुल मिलाकर तीसरा खिताब जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मैच की बात करें तो भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। कप्तान नजमुल हुसैन शांतो (25 गेंदों पर 27 रन, 1 चौका और 1 छक्का) और मेहदी हसन मिराज (32 गेंदों पर 35* रन, 3 चौके) मेहमान टीम के लिए शीर्ष स्कोरर रहे, जिन्होंने संघर्षरत पारी में थोड़ी जान फूंकी। बांग्लादेश की टीम 19.5 ओवर में 127 रन पर ढेर हो गई।
(एजेंसी इनपुट के साथ)