
हार्दिक पांड्या (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Hardik Pandya Explosive Batting after Injury: लगभग दो महीने तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद हार्दिक पांड्या ने मैदान पर लौटते ही साबित कर दिया कि वह क्यों टी20 फॉर्मेट के सबसे खतरनाक ऑलराउंडर्स में गिने जाते हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पंजाब के खिलाफ खेले गए मुकाबले में हार्दिक ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से बड़ौदा को यादगार जीत दिला दी। नंबर चार पर उतरकर उन्होंने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और टीम को मुश्किल लक्ष्य को हासिल करने में अहम योगदान दिया।
पंजाब द्वारा दिए गए 223 रनों के विशाल लक्ष्य के सामने बड़ौदा ने बेहतरीन शुरुआत की। ओपनरों विष्णु सोलंकी और शाश्वत रावत ने बिना किसी दबाव के तेज रन बनाए और पहले ही पाँच ओवरों में स्कोर को 60 के पार पहुंचा दिया। शाश्वत ने 31 गेंदों पर 43 रन ठोके, वहीं विष्णु भी 21 गेंदों में 43 रन की तेज पारी खेलकर पवेलियन लौटे।
दोनों के आउट होने के बाद लगा कि रन गति पर असर पड़ सकता है, लेकिन तभी हार्दिक और शिवालिक शर्मा ने मोर्चा संभालते हुए पारी को आगे बढ़ाया। तीसरे विकेट के लिए दोनों ने शानदार शतकीय साझेदारी की और पंजाब के गेंदबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा।
शिवालिक शर्मा 31 गेंदों में 47 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए, लेकिन दूसरे छोर पर हार्दिक पांड्या बिल्कुल अलग ही अंदाज में खेल रहे थे। उन्होंने 42 गेंदों की अपनी पारी में 77 रन ठोके। इस दौरान उनके बल्ले से 7 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के निकले।
हार्दिक ने शुरुआत में स्ट्राइक रोटेट की, लेकिन एक बार सेट हो जाने के बाद उन्होंने पंजाब के गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किया। अंतिम ओवरों में उनकी पारी ने बड़ौदा को मैच अपने पक्ष में करने का पूरा मौका दिया। नतीजा यह रहा कि टीम ने 5 गेंदें शेष रहते लक्ष्य हासिल कर मैच जीत लिया।
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जहां हार्दिक पांड्या की बल्लेबाजी पूरी तरह प्रभावी रही, वहीं गेंदबाजी में उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। उन्होंने अपने 4 ओवर में 52 रन खर्च किए और सिर्फ एक विकेट हासिल कर पाए। उनका इकोनॉमी रेट 13 का रहा, जो किसी भी गेंदबाज के लिए चिंताजनक है। पंजाब की ओर से अभिषेक शर्मा ने 18 गेंदों पर तेज अर्धशतक लगाया, जबकि अनमोलप्रीत सिंह ने 69 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। अंत में नमन धीर ने 28 गेंदों पर 39 रन जोड़कर टीम को 222 तक पहुंचाया।






