गौतम गंभीर (फोटो- सोशल मीडिया)
India vs South Africa 2nd Test Match: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में खेला गया टेस्ट मैच भारतीय टीम के लिए बेहद निराशाजनक साबित हुआ। मेजबान टीम को 408 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा, जो टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से भारत की अब तक की सबसे बड़ी हार है। साउथ अफ्रीका ने भारत के सामने जीत के लिए 549 रन का विशाल लक्ष्य रखा था, लेकिन भारतीय बल्लेबाज 140 रन पर सिमट गए। इस हार के साथ अफ्रीकी टीम ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली।
25 साल बाद किसी विदेशी टीम ने भारतीय टीम को उसके घर में टेस्ट सीरीज में पराजित किया है। वहीं, यह न्यूजीलैंड से मिली पिछली क्लीन स्वीप हार के बाद घरेलू मैदान पर भारत का दूसरा व्हाइटवॉश है। लगातार गिरते प्रदर्शन ने टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ की रणनीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भारतीय टीम की इस हार पर मुख्य कोच गौतम गंभीर भी बेहद निराश नजर आए। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने साफ कहा कि टीम के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी केवल खिलाड़ियों पर नहीं डाली जा सकती। उन्होंने कहा कि “मेरे भविष्य का फैसला बीसीसीआई करेगा। इंग्लैंड में मिली जीत और चैंपियंस ट्रॉफी जैसी सफलताएं भी मेरे साथ जुड़ी हैं। लेकिन आज की हार की जिम्मेदारी सबकी है, और शुरुआत मुझसे होती है।”
गंभीर ने ये भी माना कि 95/1 से 122/7 पर पहुंच जाना किसी भी टीम के लिए स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने बिना किसी खिलाड़ी या शॉट चयन को दोष दिए कहा कि यह सामूहिक गलती है और टीम को मिलकर बेहतर खेल दिखाना होगा।
गौतम गंभीर ने जुलाई 2024 में भारतीय टीम के मुख्य कोच की जिम्मेदारी संभाली थी। उनके कार्यकाल में अब तक भारत ने कुल 18 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 10 मुकाबलों में भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी है। यह आंकड़ा बताता है कि पिछले कुछ महीनों में टीम का टेस्ट प्रदर्शन लगातार गिरा है।
कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि टीम में विशेषज्ञ बल्लेबाजों और विशेषज्ञ गेंदबाजों की जगह अधिक ऑलराउंडरों पर निर्भर रहना टीम की हार की एक बड़ी वजह रहा है। इसी चयन नीति को लेकर गंभीर आलोचकों के निशाने पर भी रहे हैं।
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भारत को अब टेस्ट क्रिकेट में अपनी खोई धार वापस लाने के लिए कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना होगा। अगले घरेलू और विदेशी दौरों से पहले टीम मैनेजमेंट को प्लेइंग इलेवन, बैटिंग ऑर्डर और गेंदबाजी संयोजन पर महत्वपूर्ण बदलाव करने पड़ सकते हैं। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि गौतम गंभीर और टीम किस तरह वापसी की राह तलाशते हैं।