जोस बटलर (सोर्स- सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड ने अपना लीग स्टेज का आखिरी मुकाबला साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला, जहां साउथ अफ्रीका ने 7 विकेट से जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह बना ली है। लेकिन इंग्लैंड ने इस हार के साथ एक शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। बतौर कप्तान जॉस बटलर का ये आखिरी मुकाबला था, लेकिन उनकी कप्तानी में खेले जए चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड की बहुत फजीहत हुई है।
इंग्लैंड को चैंपियंस ट्रॉफी में एक भी जीत नसीब नहीं हुई। इंग्लैंड को पहले ऑस्ट्रेलिया, फिर अफगानिस्तान और आखिरी में साउथ अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से टीम के नाम शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
दरअसल, क्रिकेट इतिहास में इंग्लैंड का ये पहले ऐसा आईसीसी टूर्नामेंट है, जहां टीम एक भी मुकाबले में जीत हासिल नहीं कर पाई। इंग्लैंड ने अब तक वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी में कम से कम एक मैच जीतने में कामयाब रही, लेकिन इस बार जॉस बटलर की कप्तानी में इंग्लैंड ने शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार तीसरी हार के साथ ही जॉस बटलर की कप्तानी भी खत्म हो गई है। अफगानिस्तान के खिलाफ हार के बाद बटलर ने कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। उम्मीद थी कि बटलर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत के साथ अपने कार्यकाल का अंत करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इंग्लैंड को अपने आखिरी मुकाबले में भी हार का सामना करना पड़ा।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड के लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए जिसकी वजह से कोई बड़ी साझेदारी नहीं बन सकी और इंग्लैंड चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप बी के अपने अंतिम मैच में 38.2 ओवर में महज 179 रन पर सिमट गई। टीम के सर्वाधिक रन जो रूट (37 रन) ने बनाये। उनके अलावा जोफ्रा आर्चर ने 25 और बेन डकेट ने 24 रन का योगदान दिया।
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लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका ने महज 3 विकेट खोकर 29.1 ओवर में मुकाबले को खत्म कर दिया। साउथ अफ्रीका के लिए हेनरिक क्लासे ने 64, वान डर डुसेन ने नाबाद 72 रनों की पारी खेली। मार्को यानसेन को शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।