विराट कोहली (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से टेस्ट सीरीज जीत ली। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। विराट कोहली का यह दौरा बहुत खराब रहा। साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान और आरसीबी के साथी खिलाड़ी फाफ डुप्लेसी विराट कोहली के सपोर्ट में उतर गए।
फाफ डुप्लेसिस ने कहा कि विराट कोहली संघर्ष के दौर को पीछे छोड़ने के लिए बेताब होंगे और भारत का यह शीर्ष बल्लेबाज फॉर्म में लौटने में सक्षम है। हाल में ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कोहली का प्रदर्शन बहुत खराब रहा जिसमें उन्होंने पर्थ में पहले टेस्ट में नाबाद शतक के साथ शुरुआत करने के बावजूद पांच टेस्ट मैचों में 23.75 की औसत से केवल 190 रन बनाए।
डुप्लेसी ने आरसीबी में साथी रहे कोहली का समर्थन करते हुए कहा कि संघर्ष के बाद वह और मजबूत होकर वापसी करेंगे और साथ ही कहा कि संन्यास लेना बहुत व्यक्तिगत चीज है। एसए20 के तीसरे सत्र के ‘कैप्टन्स डे’ के मौके पर डुप्लेसी ने पीटीआई से कहा कि यह बहुत ही व्यक्तिगत फैसला है। कोई भी आपसे यह नहीं कह सकता कि एक खिलाड़ी के तौर पर उनका खेलने का समय कब (खत्म) होगा, आपको पता चल जाएगा।
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डुप्लेसी ने कहा कि मैं जानता हूं कि उनके जैसा खिलाड़ी बहुत ही प्रेरित रहता है। वह पहले भी इस दौर से गुजर चुका है इसलिए उसे पता है कि उसे क्या करना है। डुप्लेसी ने फिर उस दिन को याद किया जब उन्हें लगा कि टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर उसका समय खत्म हो गया है। हर खिलाड़ी के लिए यह अलग होता है। हर खिलाड़ी को इस सवाल का जवाब देना होता है। मुझे याद है कि मेरे लिए वह समय कब था।
डुप्लेसी ने कहा कि मैं निश्चित रूप से टेस्ट क्रिकेट के नजरिए से यह जानता था। मुझमें पहले जैसी भूख और जोश नहीं था और मुझे लगा कि निश्चित रूप से नए खिलाड़ियों के आने और टी20 की दुनिया में कदम रखने का सही समय था। मैं तब ऐसा करना चाहता था जबकि मुझे अब भी लगता है कि तब मैं अपने खेल के शीर्ष पर था। (भाषा इनपुट के साथ)