बीसीसीआई
स्पोर्ट्स डेस्क: बीसीसीआई आईपीएल शुरू होने के साथ ही एक्शन में आ गई है। नेशनल क्रिकेट एकेडमी जो अब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के नाम से जाना जाता है। उसमें जल्द ही नए कोच को शामिल किया जाएगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में साईराज बहुतुले की जगह अब एक नए कोच को शामिल किया जाएगा। बहुतुले ने इस साल की शुरुआत में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स से जुड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था।
एनसीए से नाम बदलने के बाद यह बेंगलुरु में नए जगह शिफ्ट भी हो गया है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में बहुतुले को स्पिन गेंदबाजी का पद छोड़ने के बाद से यह खाली है। अब बीसीसीआई ने इस पद के लिए आवेदन मांगा है। जो भारत की सीनियर टीमों के साथ अन्य राज्य संघों के खिलाड़ियों के प्रदर्शन और विकास में सुधार के महत्वपूर्ण होगा। स्पिन गेंदबाजी कोच सीओई में क्रिकेट प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण को जवाबदेह होगा।
नए स्पिन गेंदबाजी कोच को भारत की सीनियर टीमों के अलावा भारत ए, अंडर-23, अंडर-19, अंडर-16 और अंडर-15 टीमों तथा बीसीसीआई सीओई में प्रशिक्षण लेने वाले राज्य संघ के खिलाड़ियों सहित सभी प्रारूपों और आयु समूहों में भारत की स्पिन गेंदबाजी प्रतिभा के विकास और प्रदर्शन में सुधार के काम करना होगा।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने यहां जारी मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि स्पिन गेंदबाजी कोच बीसीसीआई सीओई के क्रिकेट प्रमुख के साथ मिलकर काम करेगा ताकि विशेष कोचिंग कार्यक्रम तैयार कर उस पर अमल किया जा सके और खिलाड़ियों के प्रदर्शन निगरानी में सहायता की जा सके। इस भूमिका के लिए चयनकर्ताओं, राष्ट्रीय और राज्य कोचों, प्रदर्शन विश्लेषकों और स्ट्रेंथ एवं कंडीशनिंग विशेषज्ञों के साथ मिलकर उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण योजनाएं विकसित करना भी शामिल है।
नये स्पिन गेंदबाजी कोच की प्रमुख जिम्मेदारियों में से सबसे अहम सीओई में चोटिल क्रिकेटरों का रिहैबिलिटेशन और मैच फिटनेस प्रमाणन होगा। इस पद की अनिवार्य आवश्यकताओं में प्रशिक्षण सत्रों की योजना बनाना और उन्हें क्रियान्वित करने के साथ व्यक्तिगत तकनीकी कोचिंग तथा खिलाड़ियों के लिए व्यक्तिगत योजना बनाना भी शामिल है।
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कोच को तकनीकी रूप से कुशल होने के साथ-साथ बायोमैकेनिक्स का ज्ञान और जीपीएस डिवाइस में संग्रहीत डेटा को समझने की क्षमता भी होनी चाहिए। इस पद के लिए वही योग्य होगा जो भारत का पूर्व खिलाड़ी हो या उसे प्रथम श्रेणी के 75 मैचों का अनुभव हो। हाई परफॉरमेंस कोच के रूप में पिछले अनुभव को मान्यता दी जाएगी। इसके साथ ही बीसीसीआई लेवल दो या तीन का प्रमाण पत्र भी आवश्यक है।