अजिंक्य रहाणे (फोटो- सोशल मीडिया)
Ajinkya Rahane on Team India Selectors: टीम इंडिया से लंबे समय से बाहर चल रहे अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है। जुलाई 2023 में आखिरी बार भारतीय टीम की जर्सी पहनने के बाद से रहाणे घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं। इस वक्त वह रणजी ट्रॉफी 2025-26 में मुंबई की ओर से खेल रहे हैं, जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ 159 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस शतक के बाद रहाणे ने चयनकर्ताओं पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुभव की अनदेखी करना टीम के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
अपने बयान में रहाणे ने बताया कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम का हिस्सा बनना चाहिए था। उन्होंने कहा, “उम्र से ज्यादा फर्क खेलने के तरीके से पड़ता है। माइकल हसी ने भी 30 की उम्र के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट शुरू की थी और शानदार प्रदर्शन किया था। रेड बॉल क्रिकेट में अनुभव बेहद जरूरी होता है। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को मेरी जरूरत थी।” रहाणे ने यह भी जोड़ा कि 34-35 साल की उम्र के बाद खिलाड़ी ज्यादा जिम्मेदारी से खेलते हैं और यही वह दौर होता है जब उनकी समझ और तकनीक टीम के काम आती है।
Ajinkya Rahane said, “I thought an experienced player like me should get more chances. There was no communication. I can focus on only the controllable things. Indian team needed me in Australia for BGT and I was fully ready for it”. (Express Sports). pic.twitter.com/ci78EbbD8u — Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) October 26, 2025
हालांकि, रहाणे ने यह भी खुलासा किया कि चयनकर्ताओं ने उनके साथ किसी तरह की बातचीत नहीं की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे जैसे अनुभवी खिलाड़ी के साथ चयन प्रक्रिया को लेकर पारदर्शिता होनी चाहिए थी। कोई चर्चा नहीं की गई। मैं केवल उन्हीं चीजों पर ध्यान दे सकता हूं जो मेरे नियंत्रण में हैं।” रहाणे के इस बयान से यह साफ है कि वह चयन प्रक्रिया से निराश हैं, लेकिन उनका फोकस प्रदर्शन पर ही बना हुआ है।
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छत्तीसगढ़ के खिलाफ खेले गए मैच में रहाणे की 159 रनों की पारी उनकी क्लास और धैर्य का उदाहरण थी। उन्होंने 303 गेंदों पर 21 चौके जड़े और मुंबई को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रणजी ट्रॉफी के ग्रुप डी मुकाबले के दूसरे दिन मुंबई ने 8 विकेट पर 406 रन बनाए। रहाणे ने इस पारी से यह संदेश दे दिया कि उम्र उनके लिए सिर्फ एक संख्या है और वह अब भी भारतीय टीम के लिए उसी जुनून और फिटनेस के साथ खेल सकते हैं।