स्पोर्ट्स डेस्क: बिहार के राजगीर में खेले जा रहे महिला हॉकी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का दबदबा बरकरार रहा। भारतीय टीम ने चीन को हराकर फिर से एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर अपना कब्जा जमाया है। भारतीय महिला टीम पिछले संस्करण की विजेता रही थी और इस बार भी भारतीय टीम ने अपने खिताब का बचाव कर लिया है।
भारत ने महिला हॉकी एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में ओलंपिक रजत पदक विजेता चीन को 1-0 से हराकर एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी का खिताब बरकरार रखा। भारत और चीन के बीच खेले गए फाइनल मुकाबले में पहले दो क्वार्टर में कोई टीम गोल नहीं कर सका। हाफ टाइम तक दोनों टीमों ने अच्छा डिफेंड किया। हालांकि इस दौरान भारतीय टीम को कई मौके मिले लेकिन वो इसका फायदा नहीं उठा सकी।
तीसरा क्वार्टर शुरू होने के बाद पहले ही मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसके बाद भारतीय टीम ने इसका पूरा फायदा उठाया। दीपिका ने गोल करके भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी। सलीमा टेटे को इस टूर्नामेंट से पहले भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था और अपने पहले ही टूर्नामेंट में टीम को खिताब दिला दी। चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम एक बार फिर चैंपियन बन गई।
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चीन ने आखिरी मिनट तक गोल करने का पूरा प्रयास किया। यहां तक कि उसने आखिरी मिनट में गोलकीपर को फील्ड पर 11वें खिलाड़ी से सब्स्टिट्यूट कर दिया था। इसके बावजूद चीन की टीम गोल नहीं कर सकी। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल में 16 पेनल्टी कॉर्नर में से एक भी तब्दील नहीं कर सकी भारतीय टीम की कमजोरी फाइनल में पहले 30 मिनट में फिर देखने को मिली जब उसे मिले चार पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए । भारत के पास चौथे मिनट में गोल करने का मौका था जब सुनेलिटा टोप्पो दाहिने फ्लैंक से अकेले गेंद लेकर आगे बढी लेकिन उनके प्रयास को चीन की गोलकीपर ने नाकाम कर दिया। हालांकि इसके बावजूद भी टीम इंडिया ने खिताब कर इतिहास रच दिया।
भारतीय महिला टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब तीसरी बार अपने नाम किया है। 2023 में रांची में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने जापान को 4-0 से हराकर जीत हासिल की थी।