महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (डिजाइन फोटो)
नवभारत डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, “निशानेबाज, हमें समझ में नहीं आता कि शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बैग की बार-बार लगातार तलाशी क्यों ली जाती है? पहले तो यवतमाल जिले के वणी निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार के लिए गए उद्धव ठाकरे के बैग की चुनाव अधिकारियों ने हेलीपैड पर तलाशी ली। इसके बाद जब वह लातूर जिले के औसा चुनाव क्षेत्र में अपनी पार्टी के प्रत्याशी दिनकर माने के प्रचार के लिए पहुंचे तो वहां भी उनके बैग की तलाशी ली गई।”
पड़ोसी ने हमसे कहा, “इस पर उद्धव भड़क उठे। उन्होंने चुनाव कर्मियों से आईडी और अपाइंटमेंट लेटर दिखाने को कहा। उन्होंने नाराजगी से कहा कि केवल हम विरोधी नेताओं के बैग की ही तलाशी क्यों ली जाती है? हर समय मैं ही पहला ग्राहक मिलता हूं क्या ? उद्धव ठाकरे ने इस तलाशी का वीडियो खुद शूट किया।”
हमने कहा, “उद्धव ठाकरे पूर्व मुख्यमंत्री रहने के साथ ही कुशल वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर भी हैं। जब वह झपटते शेर का फोटो खींच सकते हैं तो बैग की ओर लपकते चुनाव कर्मियों का कारनामा भी अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने से नहीं चूकते। यूं देखा जाए तो जिसकी सत्ता लुट-पिट जाए जिसकी पार्टी का पार्टीशन हो जाए, उसके बैग में मिलेगा भी तो क्या? उद्धव ने सीधा सवाल उठाया कि क्या इसी तरह बीजेपी नेताओं के बैग की तलाशी ली जाती है?”
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पड़ोसी ने कहा, “निशानेबाज, हिंदी में कहावत है- न ऊधो का लेना न माधो का देना! यह ऐसे व्यक्ति के बारे में है जो दूसरे के प्रपंच में न पड़ते हुए निरपेक्ष बना रहता है। हिंदी और बृजभाषा में उद्धव को शार्ट फार्म में ऊधो कहते हैं। भगवान कृष्ण ने अपने सखा उद्धव को द्वारिका से गोकुल- वृंदावन भेजा था ताकि वे कान्हा के वियोग में तड़प रही गोपियों को ज्ञान- वैराग्य की सीख दें। वहां जाकर उद्धव को विफलता मिली। गोपियों ने उन्हें प्रेम की महिमा बताई और कहा कि यह वैराग्य से श्रेष्ठ है। आपने भजन सुना होगा- ये तो प्रेम की बात है ऊधो, बंदगी तेरे बस की नहीं है! अंतिम बार कृष्ण भगवान ने उद्धव को बदरीनाथ भेज दिया था कि वहां जाकर रहो।”
हमने कहा, “वर्तमान युग में उद्धव न बृजभूमि जाते हैं न बदरीनाथ! वह चुनाव क्षेत्र में प्रचार के लिए जाते हैं जहां चुनाव अधिकारी उनके बैग की ताकझांक करते हैं लेकिन उसमें मिलता कुछ भी नहीं! कृष्ण के उद्धव और आज के उद्धव में बड़ा फर्क है।
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी द्वारा