इस पथ संचालन में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए स्वयंसेवक बीते पंद्रह दिन से घर-घर जाकर संपर्क कर रहे है। संघ की कोशिश है कि हर परिवार से एक सदस्य संचलन का हिस्सा बने। आमतौर पर संघ का पथ संचालन हर साल दशहरे पर निकलता है। इसी दिन संघ की स्थापना हुई थी। इस बार संघ का पथ संचालन दशहरे के तीन दिन बाद यानी पांच अक्टूबर को निकालेगा। पिछले साल पथ संचलन में 60 हजार स्वयंसेवक शामिल हुए थे। इस बार शताब्दी वर्ष को देखते हुए दो लाख लोगों को जुटाने की कवायद की गई है। हर क्षेत्र से जुड़े लोगों से संघ के स्वयंसेवक संपर्क कर रहे है और उन्हें पथ संचलन में शामिल होने का आग्रह कर रहे है।
इस पथ संचालन में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए स्वयंसेवक बीते पंद्रह दिन से घर-घर जाकर संपर्क कर रहे है। संघ की कोशिश है कि हर परिवार से एक सदस्य संचलन का हिस्सा बने। आमतौर पर संघ का पथ संचालन हर साल दशहरे पर निकलता है। इसी दिन संघ की स्थापना हुई थी। इस बार संघ का पथ संचालन दशहरे के तीन दिन बाद यानी पांच अक्टूबर को निकालेगा। पिछले साल पथ संचलन में 60 हजार स्वयंसेवक शामिल हुए थे। इस बार शताब्दी वर्ष को देखते हुए दो लाख लोगों को जुटाने की कवायद की गई है। हर क्षेत्र से जुड़े लोगों से संघ के स्वयंसेवक संपर्क कर रहे है और उन्हें पथ संचलन में शामिल होने का आग्रह कर रहे है।