निशानेबाज
पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज कुछ लोग कंजूस होते हैं। होटल-रेस्टोरेंट में खाते हैं लेकिन बैरे को टिप नहीं देते। सिर्फ बिल की रकम देकर निकल जाते हैं। हमारा ख्याल है कि अच्छी, कुशल और संतोषजनक सेवा के लिए टिप देनी चाहिए। खुद टिपटॉप रहेंगे और टिप नहीं देंगे, यह भी कोई बात है!’
हमने कहा, ‘जब कोई बैरा तत्परता से आपको परोस रहा है और आपके हर ऑर्डर को ध्यान से सुनकर विनम्रता से अपनी ड्यूटी बजा रहा है तो बिल के अलावा उसके लिए कुछ रकम छोड़ देनी चाहिए। अमेरिका में तो कदम-कदम पर टिप देनी पड़ती है। होटल के कमरे तक आपका सामान पहुंचाने वाले बेल बॉय या बेल कैप्टन को थैंक यू कहकर 2 या 3 डालर तुरंत दे देने चाहिए। वह बोलेगा नहीं लेकिन उम्मीद रखेगा।’
हमने कहा, ‘अपने यहां भी किसी खास होटल, गेस्ट हाउस या क्लब में जानेवाले लोग वहां के बैरे को टिप देकर खुश रखते हैं। इससे वह अच्छी सर्विस देता है और यदि आपने जरूरत से ज्यादा खाना मंगवा लिया है तो जाते समय उसे पैक करके दे भी देता है।’
पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, ग्राहक टिप देगा या नहीं यह सोचकर टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी उबर ने एडवांस टिप का फीचर शुरू किया है। यदि आप चाहते हैं कि टैक्सी तुरंत आपको पिकअप करने आए तो एप में टिप जोड़ दीजिए। टिप की पूरी रकम ड्राइवर को मिल जाती है। एक बार टिप जोड़ने पर उसे बदला नहीं जा सकता।’
पड़ोसी ने कहा, ‘रैपिडो ने यह टिप वाला फीचर 2023 में शुरू किया और उबर ने अप्रैल 2025 से लागू कर दिया। इसी तरह ओला ने भी कहा है कि यदि ग्राहक किराए में टिप जोड़ देंगे तो राइड जल्दी मिल जाएगी। किसी बस्ती में टैक्सी की ज्यादा मांग होने से घर पर गाड़ी आने में टाइम लग सकता है इसलिए स्वेच्छा से टिप जोड़कर जल्दी गाड़ी बुलाई जा सकती है।’
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पड़ोसी ने कहा, ‘ग्राहक की टिप सीधे ड्राइवर को मिलती है इसलिए कंपनी को उस रकम पर 5 प्रतिशत जीएसटी नहीं चुकाना पड़ता। इसके अलावा ऑटोवालों से किराए के लिए सौदेबाजी करने की बजाय सीधे कैब बुला लेना बेहतर रहता है।’
हमने कहा, ‘ग्राहकों के भी अधिकार होते हैं। अर्जेंसी के नाम पर उनसे ज्यादा पैसा वसूलने की चाल चली जाती है। कभी बुकिंग के समय बताए गए किराए से ज्यादा रकम मांगी जाती है। उबर की नई एडवांस टिप पर सरकार की नजर है।’
लेख-चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा