पूजा के दौरान कौन-सा दीपक जलाना शुभ (सौ.सोशल मीडिया)
Deepak ke Niyam : हिंदू धर्म में सुबह और शाम के समय पूजा के दौरान दीपक जलाने की एक विशेष परंपरा सदियों से चली आ रही है। ऐसी मान्यता है कि दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
ज्योतिषयों के अनुसार, दीपक को ज्ञान और शुभता के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। दीपक केवल पूजा के दौरान ही नहीं, बल्कि रोजाना घर के अलग-अलग स्थानों पर भी दीपक जलाने से आपको अद्भुत लाभ देखने को मिल सकते हैं।
ऐसे में अगर आप देवी-देवताओं के समक्ष इस तरह से दीपक जलाते हैं, तो इससे वह प्रसन्न होते हैं और साधक को मनोकामना पूरी करते हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में।
ज्योतिषयों के अनुसार, भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए गाय घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। रोजाना भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी के पास गाय के घी का दीपक जलाएं।
कहा जाता है कि, ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है और साधक को पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता। अगर आप चाहते हैं कि आप पर मां लक्ष्मी कृपा सदैव बनी रहे तो घी का दीपक अवश्य जलाएं।
कहा जाता है कि, पवन पुत्र हनुमान जी की कृपा प्राप्ति के लिए चमेली के तेल का दीपक जलाना शुभ होता हैं। हनुमान जी की कृपा के लिए आपको हमेशा चमेली के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसके साथ ही आप हनुमान जी की पूजा में तीन कोनों वाला दीपक भी जला सकते हैं। इस दीपक को जलाने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही कालभैरव जी के पास भी सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। माता काली की पूजा के साथ-साथ सूर्य देव की पूजा में भी सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ एवं काफी लाभदायक माना जाता है।
यह भी पढ़ें: नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर चढ़ाएं ये 5 चीज़ें, भोलेनाथ की मिलेगी विशेष कृपा
भगवान शिव के पुत्र भगवान कार्तिकेय की पूजा में पंचमुखी दीपक, अर्थात पांच बत्ती वाले दीपक का इस्तेमाल करना शुभ बताया गया है। मान्यता है कि इस दीपक को जलाने से साधक को न्यायिक विवाद में राहत देखने को मिल सकती है।