कार्तिक मास की शिवरात्रि (सो.सोशल मीडिया)
Masik Shivratri 2024: देवों के देव महादेव और माता पार्वती को समर्पित मासिक शिवरात्रि हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस बार कार्तिक महीने में मासिक शिवरात्रि 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
धार्मिक मान्यता है कि, मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रख महादेव संग माता पार्वती की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस व्रत को विवाहित महिलाएं और अविवाहित लड़कियां करती हैं। इस व्रत के पुण्य प्रताप से विवाहित महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वहीं, अविवाहित जातकों की शीघ्र शादी हो जाती है। आइए, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि एवं व्रत लाभ जानते हैं-
मासिक शिवरात्रि 2024 तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचाग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर को दोपहर में 1 बजकर 15 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 31 अक्टूबर को दोपहर में 3 बजकर 52 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का पर्व 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
ऐसे करें मासिक शिवरात्रि की पूजा
मासिक शिवरात्रि के दिन ब्रह्म बेला में उठकर सबसे पहले देवों के देव महादेव और माता पार्वती को प्रणाम करें। इसके बाद घर की साफ-सफाई कर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। इस समय आचमन कर व्रत संकल्प लें और श्वेत वस्त्र धारण करें।
अब सबसे पहले सूर्य देव को जल का अर्घ्य दें। इसके बाद पूजा घर में एक चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाकर भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें। अब पंचोपचार कर विधि-विधान से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
भगवान शिव को सफेद रंग का फूल, फल, दूध, दही, पंचामृत, शहद, सुगंध, तिल, जौ, अक्षत आदि चीजें अर्पित करें। पूजा के समय शिव चालीसा का पाठ करें। अंत में मंत्र जाप एवं आरती कर सुख, समृद्धि की कामना करें। दिन भर उपवास रखें। संध्याकाल में आरती-अर्चना कर फलाहार करें। इस समय शिव विवाह का भी आयोजन कीर्तन भजन के जरिए कर सकते हैं।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
मासिक शिवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना जाता हैं। मान्यता के अनुसार, जिन लोगों की शादी में दिक्कतें आ रही हैं, वे अगर इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं, तो उनके विवाह से जुड़ी सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।
इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। यदि आप भी भगवान शिव के भक्त हैं, तो आपको भी मासिक शिवरात्रि के दिन उनकी पूजा जरूर करनी चाहिए।