Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • यूटिलिटी न्यूज़
  • फैक्ट चेक
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो

  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • होम
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

‘वृश्चिक संक्रांति’ क्यों है बड़ा महत्वपूर्ण, जानिए इस दिन विशेष मुहूर्त में पूजा की महिमा

Vrishchik Sankranti 2025: ऐसा माना जाता है कि वृश्चिक संक्रांति के दिन सूर्य देव की उपासना करने से कारोबार में सफलता मिलती है और सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है। 16 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति है।

  • By सीमा कुमारी
Updated On: Nov 13, 2025 | 04:38 PM

वृश्चिक संक्रांति 2025 कब है (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Vrishchik Sankranti 2025 Kab Hai: सनातन धर्म में भगवान सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है। भगवान सूर्य एक राशि में एक माह गोचर करते हैं, इस तरह से भगवान सूर्य को 12 राशियों में गोचर करने में एक साल का वक्त लग जाता है। जब भगवान सूर्य एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में जाते हैं, तो वो दिन संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। इसी प्रकार 16 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति मनाई जाने वाली है।

ऐसा इसलिए, क्योंकि इस दिन भगवान सूर्य तुला राशि से निकलकर मंगल की इस राशि में प्रवेश करेंगे। हिन्दू मान्यता के अनुसार, इस दिन विधि-विधान से भगवान सूर्य की पूजा की जाती है, भगवान को जल का अर्घ्य दिया जाता है और उनसे सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की जाती है। आइए, वृश्चिक संक्रांति की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और योग जानते हैं-

वृश्चिक संक्रांति 2025 कब है

आपको बता दें, पंचांग के अनुसार, भगवान सूर्य 16 नवंबर 2025 को तुला राशि से निकलकर मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश करेंगे। भगवान सूर्य का यही राशि परिवर्तन का क्षण ही वृश्चिक संक्रांति कहलाता है। इसलिए इस साल वृश्चिक संक्रांति का पावन पर्व 16 नवंबर को मनाया जाएगा। इसके अलावा, इस दिन रविवार भी है।

ये रहने वाला है वृश्चिक संक्रांति शुभ मुहूर्त

वृश्चिक संक्रांति के दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ के लिए पुण्यकाल और महापुण्यकाल का समय श्रेष्ट और पुण्यदायी होता है। 16 नवंबर को सुबह 08 बजकर 02 मिनट से दोपहर 01 बजकर 45 मिनट तक वृश्चिक संक्रांति पुण्य काल रहेगा। इसकी अवधि कुल 5 घंटे 43 मिनट रहेगी।

वहीं,आपको बता दें, इस दिन 11 बजकर 58 मिनट से दोपहर 01 बजकर 45 मिनट तक वृश्चिक संक्रांति का महा पुण्य काल रहेगा। इसकी अवधि 01 घंटा 47 मिनट रहेगी। वृश्चिक संक्रांति का क्षण इस दिन दोपहर 01 बजकर 45 मिनट पर रहेगा।

वृश्चिक संक्रांति का सनातन धर्म में महत्व

वृश्चिक संक्रांति का सनातन धर्म में विशेष महत्व है, क्योंकि यह सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यह काल गहन आध्यात्मिक परिवर्तन और मन व आत्मा की शुद्धि लाता है। इस दिन, लोग नकारात्मक कर्मों के प्रभाव को कम करने और ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पवित्र स्नान, दान, तर्पण और पूजा-अर्चना करते हैं।

ये भी पढ़ें- पौष पुत्रदा एकादशी की आ गई सबसे सटीक तिथि, संतानसुख के लिए इस शुभ मुहूर्त में करें विधिवत पूजा

वृश्चिक संक्रांति शिव और विष्णु पूजा, ध्यान और सेवा कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। वृश्चिक संक्रांति पूर्वजों के सम्मान और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भक्ति करने से समृद्धि, सकारात्मकता और आंतरिक शक्ति प्राप्त होती है।

When is scorpio sankranti 2025

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Nov 13, 2025 | 04:38 PM

Topics:  

  • Religion
  • Sanatana Dharma

सम्बंधित ख़बरें

1

कुम्भ राशि वालों के लिए कैसा रहेगा नया साल 2026, जानिए वार्षिक राशिफल

2

एक झूठ और चला जाता है पुण्य का पूरा हिसाब, श्री प्रेमानंद जी महाराज का बड़ा संदेश

3

आखिर भगवान राम को क्यों करना पड़ा भगवान शिव से युद्ध? जानिए रामायण की यह अद्भुत पौराणिक कथा

4

इतिहास का सबसे बड़ा सवाल: महाभारत युद्ध कब हुआ और कब हुई कलियुग की शुरुआत?

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy Terms & Conditions Author
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.