बुधवार को गणेश जी को क्या नहीं चढ़ाना चाहिए (सौ.सोशल मीडिया)
आज बुधवार का दिन प्रथम पूजनीय विघ्नहर्ता गणेश जी को समर्पित होता है। हिंदू मान्यता के अनुसार, गणेश जी को सभी देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है क्योंकि वे विघ्नों को दूर करने वाले हैं और शुभ कार्यों में सफलता प्रदान करते हैं।
इस दिन भक्त गणपति बप्पा की पूजा करते हैं और उनके निमित्त व्रत भी रखते हैं। अगर आप भी बुधवार को गणेश जी की पूजा करते हैं, तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं कि बुधवार को गणेश जी को क्या नहीं चढ़ाना चाहिए।
ज्योतिष बताते है कि, भगवान शिव की तरह ही भगवान गणेश को भी तुलसी नहीं चढ़ाई जाती हैं। गणपति बप्पा के भोग या प्रसाद में तुलसी के पत्ते नहीं अर्पित करते हैं, क्योंकि भगवान गणेश ने तुलसी को श्राप दिया था। इसलिए गणेश जी को तुलसी नहीं चढ़ती है।
आपको बता दें, भगवान शिव की तरह ही भगवान गणेश को भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। दरअसल, भगवान शिव को केतकी के फूल पसंद नहीं हैं। इसलिए भगवान गणेश को भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाए जाते हैं। वहीं, भगवान गणेश को सफेद फूल चढ़ाने से भी बचना चाहिए।
भगवान शिव की तरह ही भगवान गणेश को भी न चढ़ाएं टूटे हुए अक्षत नही चढ़ाने चाहिए। अक्षत का अर्थ है जिसकी क्षति न हुई हो यानी जो अक्षय हो। बुधवार को गणेश जी की पूजा में टूटे हुए अक्षत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पूजा का फल नहीं मिलता है।
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भगवान गणेश को चंद्रमा से जुड़ी चीजें भी नहीं चढ़ाने चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, एक बार चंद्र देव ने भगवान गणेश का मजाक बनाया था, जिसके क्रोधित होकर गणेश जी ने उन्हें श्राप दे दिया था। तब से गणपति जी को चंद्रमा से जुड़ी चीजें जैसे सफेद फूल, वस्त्र, सफेद जनेऊ, सफेद चंदन आदि नहीं चढ़ाए जाते हैं।
कहते है भगवान गणेश की पूजा में मुरझाए फूल और माला का इस्तेमाल करना वर्जित होता हैं। ऐसा करने से बप्पा की पूजा करने से दोष लग सकता हैं। पूजा स्थान पर मुरझाए हुए फूल या माला को रखने से वास्तु दोष भी पैदा होता है, इसलिए गणेश जी पूजा करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें।