नवरात्रि के दौरान कौन-कौन से कार्य करने से बचना चाहिए (सौ.सोशल मीडिया)
Chaitra Navratri 2025: देवी आराधना का महापर्व चैत्र नवरात्रि का त्योहार पूरे देशभर में बड़े ही उल्लास और श्रद्धा पूर्वक के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों में भक्तगण निश्छल एवं सहृदय मन से श्रद्धा और भक्ति से व्रत भी रखते हैं।
यही नहीं,आपको बता दें, भक्तगण मां को प्रसन्न करने के लिए सुबह और शाम पूजा-अर्चना करते हैं और सात्विक जीवन जीते हैं, लेकिन अगर इन दिनों में कुछ गलतियां हो जाएं, तो इसका गलत प्रभाव भी पड़ सकता है। इसलिए नवरात्रि के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के दौरान कौन-कौन से कार्य करने से बचना चाहिए।
नवरात्रि के दौरान कौन-कौन से कार्य करने से बचना चाहिए :
घर को रखें साफ-सुथरा
कहते हैं कि मां दुर्गा को साफ-सुथरा घर अति प्रिय होता है। इस दौरान घर में गंदगी फैलाने से बचें और नियमित रूप से साफ सफाई करें। ऐसा न करने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है। हालांकि, अगर आपने नौ दिनों का उपवास रखा है, तो मंदिर की जगह को अच्छे से साफ करें और सुबह-शाम मां दुर्गा की आरती भी करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
बाल और नाखून काटने से बचें
धार्मिक मान्यताओं की मानें तो, नवरात्रि के दिनों में बाल और नाखून नहीं काटना चाहिए। इस दौरान शरीर की शुद्धि और पवित्रता बनाए रखना आवश्यक होता है। इसलिए नौ दिनों के बाद ही बाल और दाढ़ी भी नहीं कटवानी चाहिए।
क्रोध और अपशब्दों से रहें दूर
बता दें, नवरात्रि केवल व्रत का ही नहीं, बल्कि आत्मसंयम और शुद्ध विचारों का भी पर्व है। इस दौरान गुस्सा करना, या गाली गलौज करना या किसी का अनादर करना अशुभ माना जाता है। शांत और सकारात्मक रहें ताकि मां दुर्गा की कृपा प्राप्त हो सके। इस दौरान जितना हो सके भगवान में दिल लगाना चाहिए और आध्यात्मिक हो जाना चाहिए।
लहसुन-प्याज और मांसाहार भोजन नहीं करना चाहिए
नवरात्रि के पावन अवसर पर मांसाहारी भोजन का त्याग कर देना चाहिए। क्योंकि, यह तामसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं, जो मन और शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। यही नहीं, इन पावन दिनों में लहसुन और प्याज भी खाने से बचना चाहिए।
बिल्कुल न तोड़ें तुलसी के पत्ते
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान तुलसी के पत्तों को भी नहीं तोड़ना चाहिए, क्योंकि धार्मिक मान्यताओं की मानें तो इस दौरान तुलसी माता विश्राम करती हैं। उन्हें कष्ट पहुंचाना शुभ नहीं माना जाता। ऐसे में आप तुलसी पूजा कर सकते हैं और नियमित रूप से जल भी दे सकते हैं, लेकिन जितना हो सके इसे तोड़ने से बचें।
धर्म की खबरें जानने के लिए क्लिक करें…
झूठ और छल-कपट से बनाएं दूरी
नवरात्रि के इन नौ दिनों में सत्य और ईमानदारी का पालन करें। झूठ बोलना, धोखा देना या किसी को हानि पहुंचाने की कोशिश करना आपके आगे के जीवन में नकारात्मकता भर सकता है, जिससे मां दुर्गा की कृपा प्राप्त नहीं होती। इसलिए जितना हो सके सत्य बोलें और दूसरों की छल-कपट को पूरी तरह से अनदेखा करें।