
सकट चौथ व्रत के दिन शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें (सौ.सोशल मीडिया)
Sakat Chauth Vrat 2026: 06 जनवरी को सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार,हर साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इसे संकट चौथ या तिलकुटा चौथ के नाम से जाना जाता है।
हिन्दू लोक मान्यता के अनुसार, यह व्रत मुख्य रूप से माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, अच्छी सेहत और उनके जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए रखती हैं।
सकट चौथ भगवान गणेश को समर्पित है, लेकिन शिव परिवार की पूर्ण कृपा के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में इस दिन भगवान गणेश के साथ-साथ शिवलिंग पर कुछ विशेष वस्तुएं चढ़ाएं। ऐसा करने से संतान से जुड़ी हर मुश्किलें दूर होती हैं।
सकट चौथ के दिन शिवलिंग पर शुद्ध कच्चा दूध चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। दूध चंद्रमा और मन से जुड़ा होता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है और संतान सुख की कामना पूरी होती है।
शिवलिंग पर शहद अर्पित करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है। मान्यता है कि इससे संतान प्राप्ति में आ रही बाधाएं धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं।
पूजा के दौरान शिवलिंग पर अक्षत (सफेद चावल) चढ़ाने से जीवन में स्थिरता आती है। यह उपाय संतान से जुड़े तनाव और अनिश्चितता को कम करने में सहायक माना जाता है।
भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है। सकट चौथ के दिन तीन पत्तों वाला बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाने से मनोकामना शीघ्र पूर्ण होने की मान्यता है, विशेषकर संतान सुख से जुड़ी कामनाओं में।
पूजा के अंत में शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने से पूजा पूर्ण मानी जाती है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।
सकट चौथ के दिन सुबह स्नान के बाद या चंद्र दर्शन से पहले शिवलिंग की पूजा करना शुभ माना जाता है। पूजा के दौरान “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें और अंत में भगवान गणेश से भी संतान सुख की प्रार्थना करें।
पूजा पूरी श्रद्धा और साफ-सफाई के साथ करें
शिवलिंग पर केतकी का फूल न चढ़ाएं
यह भी पढ़ें– नए साल पर घर लाएं शनिदेव की प्रिय चीजें, बनी रहेगी कृपा और दूर होंगी परेशानियां
धार्मिक विश्वासों के अनुसार, सकट चौथ के दिन विधि-विधान से शिवलिंग की पूजा करने से संतान से जुड़ी कठिनाइयों में कमी आती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।






