पीरियड्स में तीज का व्रत कैसे रखें (सौ.सोशल मीडिया)
Hartalika Teej Vrat In Period: हरतालिका तीज का पावन व्रत हर साल भादो महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन सुहागिन महिलाओं के द्वारा रखा जाता है। इस साल यह पावन तिथि 26 अगस्त, मंगलवार के दिन पड़ रहा है। हिंदू लोक मतों के अनुसार, यह व्रत सुहागिन महिलाओं के द्वारा अपने पति की लंबी की आयु और अच्छे सेहत की कामना के लिए रखी जाती है।
इस दिन सारी सुहागिन स्त्रियां सोलह सिंगार करती हैं और पूरे दिन निर्जला होकर व्रत रखती हैं। हरतालिका तीज के व्रत के दिन सुहागिन स्त्रियां शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है।
इस व्रत को लेकर शास्त्रों में बहुत सारे नियम बताए गए हैं। बहुत सी महिलाओं का ये सवाल होता है कि पीरियड्स के दौरान तीज का व्रत रख सकते हैं या नहीं। ऐसे में आइए जान लेते है पीरियड्स में हरतालिका तीज का व्रत कैसे रखें।
हरतालिका तीज व्रत खास तौर पर सच्चे मन की आराधना होती हैं इसमें अगर मासिक धर्म का विघ्न पड़ जाता हैं तो, घबराने की जरूरत नहीं हैं इस दौरान आप व्रत रख सकती हैं लेकिन पूजा का कोई भी सामान छुने से बचें।
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इस दौरान आप खुद पूजा करने के बजाय दूसरी महिला के इस पूजा को करवा सकते हैं। आप दूर से ही बैठकर हरतालिका तीज की व्रत की कथा सुने और शाम के समय पूजा के बाद पति के हाथों से अपना व्रत खुलवाएं। आप मन से माता पार्वती और शिव जी की पूजा कर सकते हैं। इस दौरान पूजा भले ना हो पाए लेकिन व्रत कथा का श्रवण करना जरूरी होता है।
हरतालिका तीज भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया को आती है। इस साल हरतालिका तीज 26 अगस्त 2025 को है।
भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि शुरू – 25 अगस्त 2025 को दोपहर 12:34
भाद्रपद शुक्ल तृतीया समाप्त – 26 अगस्त 2025 को दोपहर 01:54
प्रातःकाल हरितालिका पूजा
मुहूर्त – सुबह 05:56 – सुबह 08:31
अवधि – 02 घण्टे 35 मिनट्स
हरतालिका तीज के दिन रात्रि जागरण किया जाता है। इस दिन रात्रि के चारों प्रहर में पूजा करने का विधान है। ये पूजा शाम को शुरू होती है और अगले दिन सुबह समाप्त होती है।
पहला प्रहर पूजा मुहूर्त – शाम 6 से 9 के बीच होती है।
दूसरा प्रहर पूजा मुहूर्त – रात 9 से 12 बजे के बीच होगी।
तीसरा प्रहर पूजा मुहूर्त – देर रात 12 बजे से मध्यरात्रि 3 बजे के बीच।
चौथा प्रहर पूजा मुहूर्त – मध्यरात्रि 3 बजे से सुबह 6 बजे के बीच होगी।