राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (फोटो- सोशल मीडिया)
जयपुर: राजस्थान की सियासत में उस वक्त हलचल मच गई जब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक शिक्षक ने रिश्वत देने की कोशिश की। यह घटना तब हुई जब मंत्री जनसुनवाई कर रहे थे और एक शिक्षक ने अपनी किताब को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग के साथ 5 हजार रुपये से भरा लिफाफा टेबल पर रख दिया। इस मामले में आरोपी शिक्षक को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने इसे एक सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाने की कोशिश की गई है, यह उनके जीवन का पहला ऐसा अनुभव था।
गिरफ्तार शिक्षक बांसवाड़ा जिले के गुड़ा सरकारी स्कूल में विज्ञान विषय पढ़ाते हैं। उन्होंने अपने ज्ञापन में संघ और एबीवीपी से जुड़ाव का जिक्र करते हुए पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति में लेखक के रूप में शामिल किए जाने की अनुशंसा मांगी थी। घटना के बाद मंत्री ने तुरंत पुलिस को बुलाया और लिफाफा सौंप दिया। पूरा मामला सामने आने के बाद अब राजनीतिक हलकों में इस घटना की नीयत और इसके पीछे की रणनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
जनसुनवाई में शिक्षक ने दी रिश्वत, तुरंत पकड़ा गया
शिक्षा मंत्री जब जनसुनवाई कर रहे थे, तब एक शिक्षक ने ज्ञापन सौंपा जिसमें अपनी किताब को कक्षा 6 से 8 के विज्ञान पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग थी। इसके तुरंत बाद उसने टेबल पर एक लिफाफा रखा, जिसमें पांच हजार रुपये थे। यह देख मंत्री के स्टाफ ने तुरंत मंत्री को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को बुलाकर लिफाफा सौंपा गया और आरोपी को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। शिक्षक की पहचान बांसवाड़ा के सरकारी स्कूल में तैनात चंद्रकांत वैष्णव के रूप में हुई है।
मंत्री बोले- मुझे फंसाने की साजिश, कभी नहीं हुआ ऐसा
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि उनके साथ ऐसा पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि आरोपी शिक्षक ने पहले अपनी पुस्तक को पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही, लेकिन बाद में फोटोग्राफर ने जब टेबल पर पैसों का लिफाफा देखा तो मुझे पता चला। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से मुझे फंसाने की साजिश है। उन्होंने पैसे और पत्र पुलिस को सौंप दिए हैं और मामले की पूरी जांच की मांग की है।