शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (फोटो- सोशल मीडिया)
चंडीगढ़: पंजाब की राजनीति उस समय गरमा गई जब शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को मोहाली में पुलिस ने गुरुद्वारा जाते समय हिरासत में ले लिया। इसके बाद बादल ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में ‘अघोषित आपातकाल’ लगा दिया है। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल दिल्ली से आकर पंजाब पर कब्जा कर चुके हैं और लोकतंत्र खतरे में है। इस बयान पर पंजाब सरकार की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है, जिससे राज्य की सियासत और भी गर्मा गई है।
बादल के इस बयान पर पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने जवाब देते हुए कहा कि अब कोई आपातकाल नहीं है, बल्कि कानून अपना काम कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सुखबीर बादल न्यायपालिका और पुलिस को डराने की कोशिश कर रहे हैं। चीमा ने बादल को ड्रग माफियाओं का समर्थक बताया और कहा कि वह संविधान में नहीं, बल्कि अपराधियों में विश्वास करते हैं।
#WATCH | Chandigarh | Punjab Minister Harpal Singh Cheema says, “The people of Punjab know that when there was the government of SAD and BJP, then how big an emergency was imposed here…It was the history of Punjab…Now, there is no emergency. The law is doing its work…I… https://t.co/FE7YNK29k7 pic.twitter.com/HjLPLHxmzw
— ANI (@ANI) July 2, 2025
बादल का हमला: ‘केजरीवाल ने छीन लिया लोकतंत्र’
सुखबीर सिंह बादल ने वीडियो बयान में कहा कि उन्हें गुरुद्वारे जाने से रोका गया और हिरासत में लिया गया, जो सीधे तौर पर धार्मिक स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल पंजाब में सर्वोच्च नेता बनकर बैठे हैं और 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रहे हैं। बादल ने कहा कि पंजाब की जनता की आवाज को दबाया जा रहा है।
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मंत्री चीमा का पलटवार, बादल का नाता ड्रग माफिया से
पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बादल के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सुखबीर बादल केवल संवैधानिक संस्थाओं को डराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब अकाली दल की सरकार थी, तब ही असली इमरजेंसी जैसे हालात थे। चीमा ने यह भी आरोप लगाया कि बादल ड्रग तस्करों के साथ खड़े हैं और पंजाब की शांति के लिए खतरा बन गए हैं।