के कविता और केटी रामा राव (फोटो-सोशल मीडिया)
हैदराबादः बीआरएस के भीतर आंतरिक मतभेद गहराता जा रहा है। पार्टी नेता के. कविता ने अपने भाई केटी रामाराव पर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने, उन्हें पार्टी से दरकिनार करने का प्रयास करने और पार्टी का बीजेपी में विलय करने का आरोप लगाया है। कविता ने इससे पहले शिकायत की थी कि उनके पिता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री को लिखे गए एक प्राइवेट पत्र को पार्टी के कुछ लोगों ने जानबूझकर लीक कर दिया था।
कविता ने खुलासा किया कि जब वह जेल में थीं, तभी बीआरएस को बीजेपी में विलय करने का प्रस्ताव उनके पास आया था। उन्होंने इसे साफ तौर पर खारिज कर दिया था। मैंने तब भी इसका विरोध किया था और आज भी करती हूं।
कविता बोलीं-मैं जेल जाने को तैयार
कविता ने आरोप लगाया कि चंद्राबाबू नायडू के जरिए बीआरएस को बीजेपी में मिलाने की कोशिश की जा रही है। मैं एक साल जेल जाने को तैयार हूं, लेकिन बीआरएस का बीजेपी में विलय नहीं होने दूंगी। उन्होंने यह भी चेताया कि इस तरह का कोई भी कदम पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने अपने भाई रामा राव का नाम लिए बगैर कहा, ‘आप अमेरिका में क्या जश्न मना रहे हैं? मुझे समझ में नहीं आता कि हम जमीनी स्तर पर किसी भी बात का जश्न क्यों नहीं मना रहे हैं?’ रामा राव वर्तमान में अमेरिका एवं ब्रिटेन की यात्रा पर हैं।
कविता ने पार्टी के नेताओ पर उठाया सवाल
कविता ने (केसीआर को छोड़कर) पार्टी नेताओं पर इस बात को लेकर सवाल उठाया कि जब उनका नाम सोशल मीडिया और कुछ स्थानीय अखबारों में बदनाम किया जा रहा था, तो वे उनके बचाव में क्यों नहीं आए? उन्होंने कहा कि मेरी राय है कि तेलंगाना के संसाधनों को लूटने की कोशिश कर रही भाजपा को नियंत्रित करने के बजाय बीआरएस को भाजपा के हाथों में सौंपने की कोशिश की जा रही है। केसीआर की बेटी ने यह भी पूछा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री को तेलंगाना में कालेश्वरम परियोजना पर उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश पी सी घोष की अध्यक्षता वाले न्यायिक आयोग से पेश होने के लिए नोटिस मिला था, तब आंदोलन की घोषणा क्यों नहीं की गई थी?
पार्टी के अंदर ‘कवर्स’ सक्रिय, चुनाव में हराने की साजिश
कविता ने आरोप लगाया कि पार्टी के अंदर बीजेपी के ‘कवर्स’ सक्रिय हैं, जिन्होंने चुनाव में उन्हें हराने में भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि किसने बीजेपी नेताओं के अस्पतालों का उद्घाटन किया? किसने हमें हराया? पार्टी के वर्कर्स ने। उन्होंने नेतृत्व से अपील की कि इन वर्कर्स को रोका जाए, केसीआर को बचाया जाए। कविता ने पार्टी की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पार्टी सिर्फ ट्वीट करने तक सीमित न रहे। गांवों में क्या हो रहा है? केसीआर को अगर नोटिस आते हैं तो क्या रणनीति है?
मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए बदनाम करने की साजिश
कविता ने कहा कि कुछ पेड मीडिया और सोशल मीडिया कलाकार उनके खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं, लेकिन पार्टी उनके समर्थन में सामने नहीं आ रही। पार्टी की बेटी को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन पार्टी चुप है। जब मैं बोलना शुरू करूंगी तो अच्छा नहीं होगा। अपने राजनीतिक भविष्य पर कविता ने कहा कि मुझे पार्टी से दूर करने की साजिश हो रही है। मैं केवल केसीआर के नेतृत्व में काम करूंगी, किसी और के तहत नहीं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नई पार्टी बनाएंगी, तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं क्यों मना करूं? कौन जानता है भविष्य में क्या होगा।