हर साल देशभर में 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाता है। इस साल टीचर्स डे 5 सितंबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। बॉलीवुड में छात्र और शिक्षक के बीच इस अनोखे रिश्ते पर कई फिल्में बनी है। हम बात कर रहे हैं ऐसे कुछ फिल्मों के बारे में, जिन्हें आप इस टीचर्स डे दिन अपने बच्चों के साथ बैठकर देख सकते हैं।
फोटो क्रेडिट-इंस्टाग्राम
तारे जमीन पर एक 8 साल के बच्चे ईशान की कहानी है, जो डिस्लेक्सिया का शिकार है। बीमारी के चलते ईशान को पढ़ाई में काफी मुश्किलें आती हैं। फिल्म में ईशान की मुलाकात एक टीचर रामशंकर निकुंभ से होती है। इसके बाद निकुंभ ईशान की रीडिंग और राइटिंग स्किल को बेहतर बनाने की कोशिश करता है। ईशान और निकुंभ के रिश्ते क्लासरूम तक सीमित नहीं रहते, वे छात्र और शिक्षक के बीच संबंधों की व्यापकता के बारे में बताते हैं। फिल्म मैं ईशान की भूमिका दर्शील सफारी और शिक्षक के रोल में आमिर खान है।
फिल्म हिचकी में हिचकी की समस्या के बारे में बताती है। साथ ही शिक्षा के गैर परंपरागत तरीकों के बारे में भी जानकारी देती है। फिल्म की कहानी नैना माथुर की है, जो पैसे से शिक्षक है लेकिन हिचकी की समस्या के चलते उसे नौकरी मिलने में परेशानी आती है। हालांकि, नैना इस समस्या को अपने पेशे में रुकावट नहीं बनने देता। वह अपने छात्रों को पढ़ाने के लिए अलग तरीके अपनाती है। अच्छी बात यह है कि नैना माथुर का तरीका उसकी छात्रों को अनुशासन और शिक्षा का पाठ पढ़ने में सफल होती हैं। फिल्म में टीचर की भूमिका रानी मुखर्जी ने निभाई हैं।
इकबाल फिल्म एक गूंगे-बहरे बच्च की कहानी यह, जो गांव में रहता है। फिल्म में इकबाल की भूमिका श्रेयस तलपड़े ने निभाई है। इकबाल भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने के सपने देखता है। इसमें उसकी मदद कोच मोहित करते हैं। मोहित की भूमिका नसीरुद्दीन शाह ने निभाई है। इकबाल कैसे सभी मुश्किलों को पार करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुंचता है और इसमें कोच उसकी कैसे मदद करते हैं, पूरी कहानी इसी पर आधारित है।
3 इडियट्स हर उम्र के दर्शकों की पसंद की फिल्म है। इसमें शिक्षा के परंपरागत तरीकों जैसे सट्टा लगाना नोट्स बनाना आदि की जगह ऐसे तरीकों में बारे में बताया गया है, जो मजेदार और रोचक है। रैंचो की भूमिका में आमिर खान है, जो आगे चलकर फुनशुक वांगडू के रूप में मशहूर होते हैं और बच्चों के लिए एक स्पेशल स्कूल चलाते हैं।
जूही चावला और शबाना आज़मी की फिल्म चॉक एन डस्टर प्राइवेट सेक्टर में शिक्षिका की समस्या पर आधारित है। फिल्म में दो शिक्षकों की कहानी दिखाई गई है, जिसमें विद्या यानी शबाना आज़मी और ज्योति यानी जूही चावला अपने पेशे से बेहद प्यार करती है। समस्या तब होती है जब स्कूल में नई प्रिंसिपल कामिनी यानी दिव्या दत्ता आती है। काम्या का रवैया तानाशाही है। वह शिक्षकों के बीच भेदभाव करती है। उन्हें प्रताड़ित करती है बेवजह नौकरी से निकाल देती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे प्रिंसिपल के नापाक इरादों से शिक्षक स्कूल को बचाते हैं।
विकास बहल की फिल्म सुपर 30 टीचर स्टूडेंट रिलेशन पर आधारित है। सुपर 30 12 जुलाई 2019 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। फिल्म में आनंद कुमार की बायोग्राफी थी और इसमें ऋतिक रोशन ने टीचर की भूमिका निभाई थी। फिल्म मैं बखूबी शिक्षा का महत्व दिखाया गया था। साथ ही बताया गया था की मेहनत के दम पर प्रतिभा को कहीं से भी निखारा जा सकता है।
ब्लैक फिल्म हेलेन केलर के जीवन से के संघर्ष पर आधारित है। फिल्म में रानी मुखर्जी मूक-बधिर बच्ची मिशेल की भूमिका में हैं, जो आंखों से देख भी नहीं सकती। फिल्म में उनके शिक्षक देवराज यानी अमिताभ बच्चन सहाय की भूमिका में दिखाई देते हैं, जो आगे चलकर अल्जाइमर के मरीज हो जाते हैं। मिशन के परिवार वाले शुरुआत से सहाय के टीचिंग के कठोर तरीकों से पसंद नहीं करते, लेकिन मिशेल अंतत: इसी की मदद से ग्रेजुएट हो जाती है।
पाठशाला एक ऐसी फिल्म है, जो इंडियन एजुकेशन सिस्टम पर बात करती है। पाठशाला आज की शिक्षा प्रणाली की पवित्रता से जुड़े ऐसे कई सवालों के जवाब देने की कोशिश करती है। यह आज के स्कूलों में कर्मियों और गलत का कार्यों पर आधारित है।