मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, नागपुर स्थित भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी में स्थापित सेंटर ऑफ एक्सलेंस जल्द ही एआई का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
‘टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स-2025’ (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, नागपुर स्थित भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी में स्थापित सेंटर ऑफ एक्सलेंस जल्द ही एआई का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा। वहीं राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान के लिए एक इनोवेशन सिटी बनाई जा रही है। परिवर्तन जीवन का नियम है और यह परिवर्तन प्रौद्योगिकी क्षेत्र में तेजी से हो रहा है। (सभी फोटो सोर्सःसोशल मीडिया)
कॉम्पेक्स प्रदर्शनी के माध्यम से सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल गैजेट्स, गेमिंग कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में विदर्भ के लिए एक बड़ा मंच उपलब्ध कराया गया है। इसका उद्देश्य विदर्भ को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए यह आयोजन महत्वपूर्ण है, ऐसी बात फडणवीस ने कही।
शुक्रवार को उन्होंने सिविल लाइंस क्षेत्र में सेंट उर्सुला स्कूल के प्रांगण में आयोजित ‘टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स-2025’ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस समय उपस्थित लोगों को मार्गदर्शन करते हुए फडणवीस बोल रहे थे। इस अवसर पर विदर्भ कम्प्यूटर मीडिया डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश नायडू, सचिव ललित गांधी, उपाध्यक्ष रोहित जायसवाल, कोषाध्यक्ष जयंतीभाई पटेल, सहसचिव संजय चौरसिया, पूर्व अध्यक्ष प्रशांत उगेमुगे उपस्थित थे।
आगे बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि, हर क्षेत्र तेजी से बदल रहा है। प्रौद्योगिकी क्षेत्र इसमें सबसे आगे है और इस क्षेत्र के बारे में जनता में जागरूकता पैदा करना आवश्यक है। कॉम्पेक्स प्रदर्शनी पिछले 30 वर्षों से लगातार नागपुर में आयोजित की जा रही है। विदर्भ में आईटी क्षेत्र डिजिटल गैजेट्स, गेमिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
फडणवीस ने कहा यह क्षेत्र बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा कर रहा है। ऐसे आयोजनों में युवाओं की भागीदारी बढ़ रही है। इस आयोजनों के कारण एक सकारात्मक तस्वीर सामने आ रही है। जिसके बाद नागपुर सहित विदर्भ, प्रौद्योगिकी क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ाने का कार्य आयोजन से हो रहा है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी क्षेत्र में परिवर्तन ला रही है। इसे स्वीकार किए जाने की आवश्यकता है। राज्य सरकार ने गूगल के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं तथा आईआईटी नागपुर में सेंटर ऑफ एक्सलेंस एआई में शुरू किया है। निकट भविष्य में यह देश का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा, ऐसा विश्वास भी फडणवीस ने व्यक्त किया।
जीवन के हर क्षेत्र में हो रहे बदलाव के कारण अनुसंधान में कार्य करने की आवश्यकता को देखते हुए महाराष्ट्र में इनोवेशन सिटी बनाई जा रही है। देश में सबसे अधिक स्टार्टअप महाराष्ट्र में हैं। इसमें प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्य में यूनिकॉर्न की संख्या भी सबसे अधिक है। मुंबई देश की वित्तीय और तकनीकी राजधानी बन रही है, ऐसी बात भी फडणवीस ने कही।
विदर्भ कंप्यूटर मीडिया डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश नायडू ने प्रस्तावना भाषण जबकि सचिव ललित गांधी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रदर्शनी में विभिन्न स्टालों का दौरा किया और निरीक्षण किया। इस प्रदर्शनी में कुल 60 स्टॉल लगाए जाएंगे जिनमें कंप्यूटर, क्लाउड समाधान, साइबर सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में नवाचारों का प्रदर्शन किया गया। ग्राफिक्स समाधान, सीसीटीवी और क्लाउड प्रौद्योगिकी में उन्नत उत्पाद और सेवाएं, कृत्रिम बुद्धिमत्ता रुझान, प्रौद्योगिकी में करियर और अवसर और आईटी क्षेत्र में छात्रों के लिए रोजगारोन्मुखी विषयों को यहां प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया है।