घरेलू क्रिकेट में लगातार धमाका कर रहे करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में केरल के खिलाफ विदर्भ के लिए सेंचुरी ठोक डाली। लगातार रनों का अंबार लगा रहे इस बैटर के चैंपियंस ट्रॉफी टीम में चुने जाने की उम्मीद थी, लेकिन चयनकर्ताओं ने उनको मौका नहीं दिया। अपनी इस खीज को वो लगातार मैदान पर जाकर गेंदबाजों पर उतार रहे हैं। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के जामठा स्टेडियम में शनिवार को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में दमदार शतक जमाकर करुण नायर ने विदर्भ को बड़ी बढ़त दिलाई। पहली पारी में 379 रन पर ऑलआउट होने के बाद विदर्भ ने केरल को 342 रन पर समेट दिया था।
करुण नायर की शानदार नाबाद शतकीय पारी से विदर्भ ने अपने तीसरे रणजी खिताब की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। नायर 280 गेंदों में 10 चौकों और दो छक्कों से 132 रन की पारी खेल चुके हैं। इससे विदर्भ ने केरल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल के चौथे दिन शनिवार को दूसरी पारी में चार विकेट पर 249 रन बना लिए हैं। उसकी कुल बढ़त 286 रन की हो गई है। चौथे दिन का खेल खत्म होने पर नायर के साथ कप्तान अक्षय वाडकर चार रन बनाकर क्रीज पर थे। दूसरी पारी में विदर्भ की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सात रन पर उनके दोनों सलामी बल्लेबाज पर्थ (1) और ध्रुव शौरी (5) पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद नायर ने मोर्चा संभाला।
उनका दिन के 19वें ओवर में केरल के अक्षय ने ईडन एपल टॉम की गेंद में पहली स्लिप में आसान कैच टपका दिया। वह इस समय 31 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। इस जीवनदान का नायर ने पूरा फायदा उठाया और केरल के गेंदबाजों को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया।
नायर ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी में चौथी जबकि इस सत्र का नौवां सैकड़ा लगाया। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में भी पांच शतक जड़े थे। उन्होंने दानिश मालेवर (73) के साथ तीसरे विकेट के लिए 182 रन साझेदारी की। इस साझेदारी को अक्षय चंद्रन ने दानिश को सचिन बेबी के हाथों कैच करवाकर तोड़ा। नायर पर इसका कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने रन बनाना जारी रखा। उन्होंने यश राठौड़ (24) के साथ चौथे विकेट के लिए 49 रन जोड़े। आदित्य सरवटे ने यश को एलबीडब्ल्यू आउट कर विदर्भ को दिन का चौथा झटका दिया।
23वां शतक लगाया नायर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में। यह रणजी में इस सत्र का उनका चौथा सैकड़ा है। 800 रन पहली बार नायर ने रणजी के एक सत्र में बनाए। वह 57.33 की औसत से 860 रन बना चुके हैं। 182 रन की साझेदारी दानिश के साथ तीसरे विकेट के लिए निभाई नायर ने।
नायर की टीम अगर रविवार को ट्रॉफी जीतने में सफल रहती है, तो यह विदर्भ के साथ उनका पहला जबकि कुल तीसरा रणजी खिताब होगा। इससे पहले नायर 2013-14 और 2014-15 में लगातार दो बार कर्नाटक के लिए ट्रॉफी जीत चुके हैं।
यश अपनी पारी के दौरान मौजूदा सत्र में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने दस मैचों में 53.33 की औसत से 960 रन बनाए। उन्होंने मध्य प्रदेश के शुभम शर्मा (943 रन, सात मैच) को पीछे छोड़ा। हैदराबाद के तन्मय अग्रवाल (934 रन, सात मैच) तीसरे नंबर पर हैं।
विदर्भ (पहली पारी): 379 रन। केरल (पहली पारी): 342 रन। विदर्भ (दूसरी पारी): 90 ओवर में 249/4 (दानिश मालेवार 73, करुण नायर नाबाद 132, यश राठौड़ 24)।