नागपुर शहर के इंदिरा गांधी सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (मेयो) और सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (मेडिकल) यहां मरीजों की संख्या और अस्पताल की विश्वसनीयता उच्च है। यहां चिकित्सा सेवा सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए और अधिक से अधिक जरूरतमंद मरीजों का समय पर इलाज किया जाना चाहिए। यह शब्द है मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के। (सभी फोटो सोर्सःसोशल मी़डीया)
इसके लिए लगभग 1 हजार करोड़ रुपये का निधि उपलब्ध कराया गया है। यहां के कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर तथा योजना के अनुसार पूरे किए जाएं, ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अधिकारियों को दिए।
शनिवार को मेयो और मेडिकल क्षेत्र का दौरा कर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान विधायक प्रवीण दटके, मोहन के अनुसार, डॉ. आशीष देशमुख, चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दिनेश वाघमारे, मनपा आयुक्त अभिजीत चौधरी, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त राजीव निवातकर, जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. अजय चंदनवाले, डीन डॉ. रवि चव्हाण, डॉ. राज गजभिये, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर कार्यालय में वॉर रूम: मेयो और मेडिकल में प्रगति, वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और कार्य की गुणवत्ता की निगरानी करने के लिए कलेक्टर कार्यालय में वॉर रूम स्थापित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर को दिए।
सौर ऊर्जा को प्राथमिकता दे: मेयो और मेडिकल की बिजली की जरूरतें सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरी की जानी चाहिए। संपूर्ण परिसर सौर ऊर्जा से संचालित होना चाहिए, इस पर अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सूचना दी।
पुराने कार्य पूरे करने के बाद ही नए काम को हाथ लगाए: मेडिकल और मेयो में वर्तमान प्रस्तावित कार्य पूरे किए जाने चाहिए। उसके बाद ही नया काम शुरू किया जाना चाहिए, ऐसी चेतावनी भी मुख्यमंत्री ने दी। इस कार्य के लिए सभी आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
चिकित्सा और मेयो में अधिक पेड़ लगाने पर जोर दिया जाना चाहिए, ऐसी बात भी मुख्यमंत्री ने कही। मेडिकल और मेयो में बन रहे सभी भवनों के शौचालय का उचित रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।
अप्रैल में कामों की होगी समीक्षा: मेयो और मेडिकल में कितना काम पूरा हो गया है? इसकी पुनः समीक्षा अप्रैल में की जाएगी। इस समय, कार्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी को प्राथमिकता दी जाएगी, ऐसे निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए।