बशर अल असद के भागने के बाद नई सरकार बनाने की कवायद में विद्रोही जुट गए हैं। वैसे बशर के उदय को शुरू में आशावाद के साथ देखा गया था। कई सीरियाई और विदेशी पर्यवेक्षकों को उम्मीद थी कि वह सत्तावादी शासन द्वारा आएंगे।
(कांसेप्ट फोटो सौ.सोशल मीडिया)
सीरिया में बशर अल-असद की सरकार गिर चुकी है। राजधानी दश्मिक में विद्रोही गुटों ने अपना कब्जा जमा लिया है।
राष्ट्रपति बशर अल असद के रविवार को देश छोड़कर भाग जाने के साथ ही असद परिवार की करीब साढ़े पांच दशक से चली आ रही सत्ता का अंत हो गया।
असद परिवार ने 54 साल तक सुन्नी बहुल सीरिया पर राज किया। मगर इस दौरान उनका इतिहास कत्लेआम और खून खराबे वाला रहा।
13 नवंबर 1970 को बशर अल असद के पिता हाफिज अल असद ने सीरिया में तरक्षापलट कर सत्ता अपने हाथों में ले ली थी।
उन्होंने सीरिया में एक नए युग की शुरुआत की थी। वैसे उस वक्त देश की पहचान राजनीतिक अस्थिरता से थी।
उन्होंने साल 2000 तक देश पर राज किया। सत्ता संभालने से पहले हाफिज सीरिया के वायु सेना में कमांडर और रक्षा मंत्री भी रह चुके थे।
हाफिज ने सत्ता पर काबिज होने के बाद सुन्नी समुदाय की अनदेखी की और अपने अलावी यानी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और विश्वास पात्रों को ही उच्च पदों व सरकारी नौकरी में तवज्जो दी।
और अब सीरिया के अधिकांश भूभाग पर विद्रोही गुटों का कब्जा हो चुका है।इससे अन्य समुदायों में आक्रोश फैला।