राहुल गांधी, गौरव गोगोई, हिमंता बिस्वा सरमा (फोटो-सोशल मीडिया)
गुहावटीः पाकिस्तान को आतंकवाद पर एक्सपोज करने के लिए गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर सियासी घमासान मच गया है। इसकी वजह शशि थरूर हैं, जिन्हें सरकार प्रतिनिधिमंडल का अध्यक्ष बनाकर भेजना चाहती है। लेकिन कांग्रेस ने नहीं चाहती की थरूर जाएं। कांग्रेस पार्टी की तरफ से जो तीन नाम दिए गए हैं उसमें से एक नाम गौरव गोगोई का है। अब गौरव गोगोई को न भेजने की अर्जी असम सीएम हिंमता ने राहुल गांधी के पास भेजी है।
पत्रकारों से बातचीत में हिंमता बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं राहुल गांधी से अपील करना चाहता हूं कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में गौरव गोगोई को न भेजें। उन्होंने कहा कि गोगोई की पत्नी पाकिस्तानी एनजीओ से सैलरी लेती है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल क्यों गर्मायी सियासत?
गौरतलब है कि 7 भारतीय सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, फ्रांस, जापान सहित कई यूरोपीय देशों का दौरा करेगी। इस दौरे में प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद पर पाकिस्तान को एक्सपोज करने के साथ ही भारत का पक्ष रखेगा। सरकार ने बनाए गए प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्ष कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं, लेकिन थरूर के नाम पर कांग्रेस पार्टी ने ऐतराज जताया है। राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा कि सरकार को पार्टी की तरफ से जिस सांसदों को प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने का सुझाव दिया गया था। उनमें से एक भी सांसद को नहीं शामिल किया है।
राहुल गांधी से हिमंता बिस्वा सरमा की अपील
कांग्रेस पार्टी ने जिन नामों का सुझाव दिया था। उसमें एक नाम गौरव गोगोई का था। गोगोई के नाम पर असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने ऐतराज जताया है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद विभिन्न देशों की यात्रा करने वाले प्रतिनिधिमंडल में असम के कांग्रेस सांसद को शामिल न करने का राहुल गांधी से आग्रह किया है। सोशल मीडिया पर सीएम सरमा ने लिखा कि “प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तान के खिलाफ विभिन्न देशों का दौरा करना है। प्रतिनिधिमंडल भेजने का पूरा उद्देश्य पाकिस्तान को बेनकाब करना है, लेकिन असम के इस सांसद ने संघर्ष के चरम के दौरान भी कभी पाकिस्तान की आलोचना नहीं की। हमारे पास जानकारी है कि उन्होंने पाकिस्तान का दौरा किया।
गोगोई की पत्नी को पाकिस्तानी एनजीओ ने दिया पैसा
असम सीएम ने कहा कि हमारे पास सबूत हैं कि एक पाकिस्तानी एनजीओ ने सांसद की पत्नी को कम से कम 2 साल तक भुगतान किया है। उस एनजीओ के आईएसआई के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। वह सांसद देश से बाहर जाकर पाकिस्तान को कैसे बेनकाब कर सकता है, जबकि वह खुद उस देश से जुड़ा हुआ है? इसलिए, मैंने राहुल गांधी से अनुरोध किया है कि उस सांसद को प्रतिनिधिमंडल में शामिल न करें।
कांग्रेस का सुझाव
कांग्रेस पार्टी ने आनंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, गौरव गोगोई, उपनेता, कांग्रेस लोकसभा, डॉ. सैयद नसीर हुसैन, सांसद, राज्यसभा, राजा बरार, सांसद, लोकसभा का नाम सुझाया था। इनमें से किसी भी सांसद को न शामिल करते हुए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने शशि थरूर को चुन लिया। इसके बाद सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया है। हालांकि प्रतिनिधिमंडल में किसी उलटफेर की संभावना नजर नहीं आ रही है। बर्शते थरूर इस पर जब तक कोई फैंसला नहीं लेते हैं।