पीएम मोदी (फोटो- नवभारत डिजाइन)
PM Narendra Modi Manipur Visit: दिल्ली दरबार से हिंसा की आग में पिछले दो साल से झुलस रहे मणिपुर के बड़ी खबर है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नॉर्थ ईस्ट का दौरा करने वाले हैं। वे चुनावी की तैयारियों में जुटे असम और इसके बाद मिजोरम जाएंगे। सूत्रों कहना है कि पीएम मोदी इस दौरान मणिपुर भी जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार यह दौरा 13 से 14 सितंबर के बीच होगा।
प्रधानमंत्री के मणिपुर दौरे के संकेत भी मिल रहे हैं। राज्य में गृहमंत्रालय द्वारा लगातार शांति के प्रयास किए जा रहे हैं। पीएम के आने से पहले कुकी-जो काउंसिल ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए आवागमन को मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है यह फैसला गुडविल दिखाने के लिए लिया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के अधिकारियों और कुकी जो काउंसिल के प्रतिनिधिमंडल के बीच कई मीटिंग्स हुईं। इसके बाद कुकी-जो काउंसिल ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर शांति बनाए रखने के लिए भारत सरकार द्वारा तैनात सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने पर राजी हुए। राष्ट्रीय राजमार्ग-2 मणिपुर को नागालैंड और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों से जोड़ता है। मई 2023 में हिंसा भड़कने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था।
मई 2023 में कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष छिड़ गया था। इस हिंसा की आग ने पूरे मणिपुर को चपेट में ले लिया। हजारों जानें गईं, महिलाओं से अभद्रता की गई, लूट-मार दुष्कर्म तक हुए। लाखों लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली। हिंसा जूझ रहे मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व में सरकार चल रही थी। कुछ महीनों बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया। अब राष्ट्रपति शासन लागू है। मणिपुर में शांति बहाली की हर कोशिशें अब तक नाकाम रहीं हैं। पीए मोदी से पहले अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मणिुपर का दौरा कर शांति की अपील की थी, लेकिन पीएम मोदी पिछले 2 साल से मणिुपर नहीं गए हैं।
केंद्र सरकार के अनुसार, राजमार्ग पर आवागमन बहाली से हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद मिलेगी। इसे एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। इंफाल और नई दिल्ली के अधिकारियों का कहना है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में मदद मिलेगी। विस्थापित लोगों की मुश्किलें कम होंगी।
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गृह मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को राजधानी दिल्ली में गृह मंत्रालय, मणिपुर सरकार, कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट के बीच एक बैठक हुई। इस बैठक में एक त्रिपाक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। समझौते में कुछ शर्तों और नियमों पर शांति बहाल करने के लिए सहमति बनी है। ये नियम और शर्तें एक साल तक प्रभावी रहेंगी। मंत्रालय ने कहा कि संशोधित आधारभूत नियमों में दो प्रमुख बिंदुओं पर बल दिया गया है। मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता और मणिपुर में स्थायी शांति व स्थिरता के लिए बातचीत के माध्यम से समाधान की आवश्यकता।