(सोर्स:- सोशल मीडिया)
मुंबई: फिल्म मेकर अनुराग कश्यप ने हाल ही में साउथ फिल्म तंगलान की सराहना की। उन्होंने तंगलान के टीजर पर बात करते हुए हिंदी सिनेमा और साउथ इंडियन सिनेमा के बीच बड़े फर्क को बताया। अनुराग कश्यप ने कहा कि कल मैंने तंगलान का टीजर देखा और सोचा, मुझे हिंदी सिनेमा में इस तरह के सीन्स नहीं दिखते। हम ऐसी फ़िल्में नहीं बनाते।
अनुराग ने बताया कि बॉलीवुड ने विदेशी लोकेशन पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। एक समय था जब हमने अपना ध्यान अपनी जड़ों से हटाकर यूके और यूएस में फिल्में बनाना शुरू कर दिया था। इससे एक बड़ा अलगाव पैदा हुआ, जो साउथ इंडियन सिनेमा में नहीं है। मैं साउथ इंडियन फिल्मों से इंस्पायर होता हूं और उस समय की हिंदी फिल्मों को याद करता हूं।
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अनुराग कश्यप के कमेंट्स एक बड़े ट्रेंड को हाईलाइट करते हैं। पिछले 10 सालों में, साउथ इंडियन सिनेमा अपनी अनोखी कहानियों और बॉक्स ऑफिस पर सफलता के लिए काफी पॉपुलर हो गया है। जहां नॉर्थ इंडियन सिनेमा जूझ रहा है, वहीं साउथ इंडियन फिल्में अपने शानदार विजुअल्स के लिए जानी जाती हैं, जो दोनों के बीच मौजूद फर्क का एक बड़ा कारण है।
तंगलान के साथ साउथ इंडियन सिनेमा नए स्टैंडर्ड सेट करना चाहता है और एक अनोखे, शानदार विजुअल के जरिए इंप्रेस करने वाला अनुभव देना चाहता है। इस फिल्म के साथ पिछली साउथ इंडियन फिल्मों द्वारा सेट किए गए हाई स्टैंडर्ड को बनाए रखे जाने की पूरी उम्मीद है, साथ ही इंडस्ट्री की क्रिएटिविटी को और भी खूबसूरती से पेश करने की भी।
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तंगलान साउथ की एक और बड़ी फिल्म होने जा रही है। यह कोलार गोल्ड फील्ड्स यानी केजीएफ की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिसकी अंग्रेजों ने खोज की और अपने फायदे के लिए इसका इस्तेमाल किया। यह फिल्म दर्शकों के लिए अनोखी कॉन्सेप्ट लाने की साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की परंपरा को आगे ले जाएगी। यह एक और अनोखे कांसेप्ट वाली साउथ इंडियन फिल्म है। चियान विक्रम और मालविका मोहनन अभिनीत तंगलान 15 अगस्त, 2024 को हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज होने वाली है।