(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Yavatmal Cyber Crime News: पिछले कुछ वर्षों में यवतमाल जिले में साइबर अपराधों में भारी वृद्धि हुई है। इसी क्रम में, 1 जनवरी से 31 जुलाई 2025 तक के सात महीनों में जिले में 1,174 साइबर अपराध दर्ज किए गए हैं। इतना ही नहीं, नागरिकों से 2 करोड़ 47 लाख 66 हजार 26 रुपये की ठगी की गई है। जिसमें से करीब 1 करोड़ रुपये पुलिस द्वारा किए गए प्रयास से बच गए। वहीं अभी तक 1.5 करोड़ रुपये की राशि शिकायतकर्ताओं को वापस नहीं मिल पाई और न ही अधिकांश आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है।
सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग करके, शिक्षित और तकनीकी रूप से दक्ष अपराधियों ने अब नागरिकों को ठगने का धंधा शुरू कर दिया है। जिले में हर दिन कहीं न कहीं ऑनलाइन धोखाधड़ी और शेयर खरीदने में बड़े मुनाफे का लालच देकर कई लोगों को ठगने की कोशिशें हो रही हैं। इसके अलावा, सोशल मीडिया के माध्यम से सेक्सटॉर्शन भी शुरू हो गया है।
परिणामस्वरूप, पिछले सात महीनों में जिले के विभिन्न थानों में 1,174 साइबर अपराध दर्ज किए गए हैं। चूँकि कई अपराध तकनीकी और जटिल प्रकृति के होते हैं, इसलिए उनकी जांच जिला मुख्यालय स्थित साइबर शाखा को सौंपी जाती है। वहां से दर्जनों अपराधों की जांच साइबर शाखा द्वारा की जा रही है।
यवतमाल जिले में दर्ज 1,174 अपराधों में नागरिकों से 2 करोड़ 47 लाख 66 हजार 26 रुपये की ठगी की गई है। इनमें से पुलिस अभी तक 25 प्रतिशत अपराधों का भी निराकरण नहीं कर पाई है।
यदि कोई साइबर अपराध तुरंत दर्ज किया जाता है, तो जिला मुख्यालय स्थित साइबर अपराध शाखा तुरंत इसका संज्ञान लेती है और बैंकों से संपर्क करती है। साथ ही, यदि घोटालेबाजों द्वारा राशि का गबन किया जाता है या वे उस राशि से कुछ खरीदते हैं, तो न केवल लेनदेन न करने और राशि को सुरक्षित रखने के भी निर्देश दिए जाते हैं। साइबर अपराध अब तक 55 लाख 24 हजार 241 रुपये की राशि को अपराधियों के हाथ लगने से रोकने में सफल रहा है।
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सहायक पुलिस निरीक्षक यशोधरा मुनेश्वर ने बताया कि जिले में साइबर अपराध बढ़े हैं, फिर भी पुलिस प्रशासन इन घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए हमेशा जागरूकता फैलाता रहता है। हालांकि, कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
इसी वजह से जांच के दौरान यह बात सामने आती है कि सोशल मीडिया के जरिए कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। इसके बावजूद, अब तक कई अपराधों के आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही, साइबर अपराध ने कई नागरिकों से ठगी गई राशि बरामद करने में भी सफलता प्राप्त की है।