संजय राउत और अमित शाह (फोटो: ANI)
मुंबई. शिवसेना उद्धव गुट के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत अपने विवादित बयानों के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित बीजेपी और शिंदे गुट के नेताओं को हमेशा चिढ़ाने का प्रयास करते रहते हैं। ऐसा ही रविवार को भी देखने को मिला। राउत ने अमित शाह पर आरोप लगाया कि वह मुंबई के विख्यात ‘लालबाग के राजा’ को गुजरात लेकर जा सकते हैं। राउत के उक्त बयान के बाद पूरी बीजेपी तिलमिला उठी है।
महाराष्ट्र के सबसे बड़े त्योहार गणेशोत्सव के मौके पर गृहमंत्री अमित शाह रविवार को मुंबई आए। सोमवार को शाह डीसीएम देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सरकारी निवास के अलावा लालबाग के राजा और बांद्रा में बीजेपी के मुंबई प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार के गणपति मंडल में विराजित भगवान गणेश के दर्शन करने पहुंचेगे। इस पर तंज कसते हुए संजय राउत ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का देश में कानून व्यवस्था पर बिलकुल भी ध्यान नहीं है।
शाह ने घटिया राजनीति करते हुए महाराष्ट्र को कमजोर करने का काम किया है। इसलिए वह मुंबई आते रहते हैं। ये सभी व्यवसायी लोग हैं। वे महाराष्ट्र को दुश्मन मानते हैं। अमित शाह का सपना महाराष्ट्र को कमजोर करना है। महाराष्ट्र की प्रगति, स्वाभिमान उनकी आंखों में चुभता है। इसलिए ये लोग विधानसभा चुनावों की घोषणा नहीं करते, जैसा कि लोकसभा चुनावों में देखा जाता है।
संजय राउत ने ऐसे आरोप लगाते हुए सवाल किया कि मुंबई मनपा के चुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं? उन्होंने अपने लोगों को तीन साल से मनपा को लूटने के लिए सौंप दिया है। यह अपने आप में एक बड़ा घोटाला है। किसी भी मनपा में कोई पार्षद, मेयर नहीं है। आपके दलाल मुंबई को लूटेंगे और दिल्ली में आपको माल पहुंचाएंगे, यही चल रहा है। व्यापार, उद्योग, रोजगार और महत्वपूर्ण वित्तीय केंद्रों को मुंबई के साथ-साथ महाराष्ट्र से गुजरात ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। लालबाग के राजा को भी गुजरात तो नहीं ले जायेंगे ना?
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विधायक आशीष शेलार ने कहा कि अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के पहले से नियमित रूप से लालबाग के राजा के दर्शन के लिए आते रहे हैं। संजय राउत का कहना है कि लालबाग के राजा को कौन कहां ले जाएगा या कौन गुजरात ले जाएगा, यह बयान बेहद हास्यास्पद है। राउत शायद भूल गए हैं कि सार्वजनिक गणेशोत्सव की सवा सौ साल की परंपरा पहली बार तब टूटी थी, जब आपकी ही पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे और लालबाग के राजा भी नहीं बैठे थे। उस दौरान गणेश मंडलों पर ताला जड़ने का कू-हेतु उद्धव और उनकी शिवसेना की थी। यह आप भूल गए होंगे, लेकिन गणेश भक्त नहीं भूले हैं।
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प्रवीण दरेकर ने कहा कि संजय राउत को शर्म आनी चाहिए। दरअसल हमारे नेता अमित शाह हर साल लालबाग के राजा के दर्शन करने आते हैं। परंपरानुसार वे 9 सितंबर को लालबाग के राजा के दर्शन करने आ रहे हैं। लेकिन गृहमंत्री शाह मौज-मस्ती के लिए मुंबई आ रहे हैं, ऐसा कहकर राउत ने हमारे भगवान ‘लालबाग के राजा’ का अपमान किया है।