वाशिम कृषि शिल्प-कृषि विपणन एवं विक्रय केंद्र का उद्घाटन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Washim News: किसान हमारी कृषि संस्कृति की आत्मा हैं, राज्य की अर्थव्यवस्था उनके परिश्रम से ही फलती-फूलती है, नवीन कृषि पद्धतियों, जैविक खेती और प्रौद्योगिकी के उपयोग को मिलाकर अधिक उत्पादकता प्राप्त करना समय की आवश्यकता है, सरकार की सभी योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हूं, मैं किसानों के सुख-दुख में हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा ऐसा कृषि मंत्री एवं पालक मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने यहां पर कहा है।
वाशिम शहर के स्व. बालासाहेब ठाकरे प्रशिक्षण केंद्र, काटा रोड में 14 अगस्त, 2025 को रानभाजी महोत्सव वाशिम कृषि, शिल्प और कृषि विपणन और बिक्री केंद्र के उद्घाटन और वत्सगुल्म स्मार्ट फसल बुवाई प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह व विभिन्न कृषि गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के कृषि मंत्री और जिले के पालक मंत्री दत्तात्रेय भरणे के हाथों से किया गया़। वे इस अवसर पर बोल रहे थे। वत्सगुल्म स्मार्ट बुवाई प्रतियोगिता में भाग लेने वाले किसानों ने नवीन और वैज्ञानिक रूप से ध्वनि बुवाई विधियों को अपनाकर अपनी उत्पादकता में वृद्धि की।
विजेता किसानों को स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधायक किरण सरनाईक, बाबूसिंह महाराज राठौड़, श्याम खोड़े, साईं डहाके, जिलाधिकारी भुवनेश्वरी एस., मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्पित चव्हाण, उप-विभागीय अधिकारी वैशाली देवकर, तहसीलदार नीलेश पलसकर, संभागीय संयुक्त कृषि संचालक डॉ. राहुल सातपुते, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी एवं परियोजना संचालक आत्मा अनीसा महाबले, उप-विभागीय कृषि अधिकारी संतोष वालके, कृषि विकास अधिकारी अभिजीत देवगीरकर आदि उपस्थित थे।
जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनीसा महाबले ने प्रस्ताविकता में बताया कि, यह अत्यंत हर्ष की बात है कि कृषि क्षेत्र में अभिनव पहल, टिकाऊ कृषि तकनीक के प्रसार और किसानों की प्रगति के लिए आयोजित वत्सगुल्म स्मार्ट बुवाई प्रतियोगिता खरीफ 2025 का पुरस्कार वितरण समारोह आज बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी किसानों और इस पहल के लिए कड़ी मेहनत करने वाले सभी लोगों को हार्दिक बधाई देती हूं। कार्यक्रम में जिला स्तरीय रानभाजी महोत्सव, वाशिम कृषि शिल्प कृषि विपणन, जैविक कृषि उपज विक्रय, डेयरी उपज विक्रय, वत्सगुल्म स्मार्ट फसल बुवाई प्रतियोगिता के साथ-साथ प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत उपज विक्रय जैसी गतिविधियां शामिल थीं।
ये भी पढे़: गड़चिरोली जिला विकास निधि का पैसा जनहित के लिए, सहपालकमंत्री जयस्वाल का कथन
इस महोत्सव ने किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों, कृषि उद्यमियों और स्थानीय उत्पादकों को सीधा बाजार उपलब्ध कराया। रानभाजी (जंगली सब्जियों) के पोषण मूल्य, स्थानीय परंपराओं और जैविक खेती के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की गई। इस दौरान, कृषि परिसर क्षेत्र में गणमान्य व्यक्तियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और किसान उपस्थित थे। इसका संचालन तालुका कृषि अधिकारी कैलास देवकर ने किया।