
वाशिम. शहर को जलापूर्ति करनेवाले एकबुर्जी प्रकल्प की उंचाई का मुद्दा लटका है. इस मुद्दे को लेकर जनप्रतिनिधियों ने अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है. एक समय था जब वाशिम में विकास की राजनीति हुआ करती थी. लेकिन अभी पिछले कुछ वर्षो से यहां पर राजनीति का विकास तेजी से होता नजर आ रहा है़ विकास के अनेक मुद्दे पिछले अनेक वर्षो से केवल आश्वासन ही साबित हो रहे है़.
हर चुनाव के समय विकास के विविध मुद्दो पर चुनाव होते है़ लेकिन बाद में यह आश्वासन ही रह जाते है़ इस का ही एक मुद्दा शहर को जलापूर्ति करनेवाले एकबुर्जी प्रकल्प का है. पिछले अनेक चुनाव तथा अन्य समय पर एकबुर्जी प्रकल्प की उंचाई बढ़ाने के लिए आश्वासन दिया जाता है़ लेकिन अभी तक यह मुद्दा अधर में ही लटका पड़ा है़
वाशिम शहर ऐतिहासिक शहर माना जाता है़ इस शहर को वर्ष 1 जुलाई 1998 में जिला बनाया गया़ जिला बनने के बाद अभी 22 वर्ष का अवधि हो रहा है़ इस दौरान शहर का विस्तार तेजी होकर जनसंख्या में भी भारी वृध्दि हो गई है़ लेकिन शहर को जलापूर्ति करनेवाला जलप्रकल्प एकबुर्जी जैसे के वैसे स्थिति में ही आज भी है़.
जनसंख्या के अनुरुप इस जलप्रकल्प की उंचाई बढ़ाने की मांग पिछले 25 वर्षो हो रही है़ व गर्मी के दिनों में जब पानी की समस्या शहरवासियों के सामने आती है़ तब इस मुद्दे पर अधिक चर्चा भी होती है. व जनप्रतिनिधि इस मुद्दे को लेकर कितने गंभीर यह बताने का प्रयास करते है़ लेकिन जैसे बारिश हो जाती है तो यह मुद्दा भी पीछे पड़ जाता है़ व नागरिक भी इस ओर सामान्य हो जाते है.
वर्ष 1975 के दौरान शहर की जनसंख्या करीब 35,000 थी़ तब इस जनसंख्या के लिए यह एकबुर्जी तालाब का निर्माण किया गया था़ उस समय नप व्दारा दिन में दो बार नल व्दारा पानी आपूर्ति भी होती थी़ जो लोगो के लिए पर्याप्त थी़ लेकिन जैसे जैसे कालावधि बढ़ता गया वैसे वैसे शहर की जनसंख्या बढ़ती गई. जिला निर्मिति के बाद शहर का तेजी से विस्तार होकर जनसंख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है़ अभी शहर की जनसंख्या 1 लाख से अधिक हो गई है़.
पानी की आवश्यकता सभी को पड़ती है. इस बढ़ती जनसंख्या की प्यास बुझाने के लिए एकबुर्जी तालाब की उंचाई बढ़ाने की मांग पिछले 25 वर्ष से हो रही है. कई बार इस के लिए जनप्रतिनिधि ने आश्वासन भी दिए गए है़ लेकिन आज की स्थिति में यह एकबुर्जी तालाब की उंचाई का मामला लटका पड़ा है़
फरवरी 2022 के इस माह में इस जलप्रकल्प में करीब 6 दलघमी जलभंडारण है़ यह पानी शहर को आनेवाले गर्मी के दिनों में पर्याप्त नहीं रहा तो जल समस्या निर्माण होने की संभावना बतायी जा रही है़ गर्मी के दिनों में बढ़ते पानी का उपयोग, सूर्य की तपन से होनेवाले पानी का बाष्पीभवन तथा संबंधित विभाग के नियोजन के अभाव से पानी का स्तर तेजी से घटता जाता है़ जब इस जलप्रकल्प से जलापूर्ति शुरू हुई थी़ तब लोगों ने राहत की सांस ली थी़ लेकिन अब आज की स्थिति का विचार किया जाए तो संभावित जल समस्या से निपटाने के लिए एकबुर्जी तालाब की उंचाई बढ़ना समय की आवश्यकता निर्माण हो गई है़.






