हसन मुश्रीफ (सौजन्य-सोशल मीडिया)
वाशिम: महाराष्ट्र में पालकमंत्री पद को लेकर जहां महागठबंधन में उछल-पुथल मची थी, वहीं चिकित्सा शिक्षा और एनसीपी नेता मंत्री हसन मुश्रीफ को वाशिम के पालक मंत्री के रूप में चुना गया था। खबर है कि हसन मुश्रीफ शुरू से ही कोल्हापुर के पालक मंत्री बनना चाहते थे और कोल्हापुर का पालकमंत्री बनने का मौका न मिलने से अपनी नाराजगी नहीं छिपा रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जानकारी है कि मंत्री पद पर काम करते हुए हसन मुश्रीफ को लगातार कोल्हापुर, मुंबई और वाशिम के बीच सफर करना पड़ रहा था, जो करने में उन्हें परेशानी हो रही थी इसलिए उन्होंने पालकमंत्री पद छोड़ा है। अब खबर है कि वाशिम जिले को जल्द ही नया पालक मंत्री दिया जाएगा।
सूत्रों कि माने तो वाशिम जिले के लिए पालक मंत्री का पद खेल मंत्री दत्ता मामा भरणे को जल्द ही संभालने के लिए दिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में आने के बाद हसन मुश्रीफ दोबारा वाशिम जिले नहीं लौटे है।
#BREAKING: Maharashtra Minister Hasan Mushrif resigned as Washim’s Guardian Minister, citing travel difficulties between Kolhapur, Mumbai, and Washim. He had earlier expressed displeasure over the small district’s responsibility. pic.twitter.com/zU4Fmd7HpV
— IANS (@ians_india) March 5, 2025
इस बीच कोल्हापुर के पालकमंत्री शिवसेना में चले गए हैं और जनकल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर के पास हैं। इसलिए, न केवल मुश्रीफ, बल्कि शिवसेना नेता राजेश क्षीरसागर की भी आबिटकर के चयन पर नाराजगी छिपी नहीं रही। हसन मुश्रीफ को कोल्हापुर से सीधे वाशिम जिले की जिम्मेदारी दी गई।
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मुश्रीफ 26 जनवरी को ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए वाशिम तो पहुंचे। हालांकि, जैसे ही सरकारी ध्वजारोहण कार्यक्रम समाप्त हुआ, वे बिना कोई बैठक किए सीधे कोल्हापुर पहुंच गए। हसन मुश्रीफ ने आश्वासन दिया था कि वाशिम जिले को सौंपा गया पालक मंत्री जिले के विकास को एक नई दिशा देगा। हालांकि, उनकी घोषणा सिर्फ घोषणा ही बनकर रह गई।
नासिक की परेशानी खत्म, रायगढ़ रहेगा इस बीच, रायगढ़ और नासिक के पालक मंत्री के पदों को लेकर भी विवाद कम नहीं है। यह विवाद अमित शाह तक पहुंच गया है। हालांकि, नासिक के पालक मंत्री का पद गिरीश महाजन के पास रहेगा। इधर, शिवसेना और एनसीपी के बीच विवाद चल रहा है। शिवसेना किसी भी हालत में पालकमंत्री का पद सुरक्षित करने की कोशिश कर रही है।