कार्यक्रम में मौजूद अतिथि, शिक्षक व छात्र-छात्राएं (सोर्स: सोशल मीडिया)
Child Marriage Free Maharashtra Campaign In Washim: महिला एवं बाल विकास विभाग पुणे के निर्देश और वाशिम जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में मालेगांव और मंगरुलपीर तालुका में ‘बाल विवाह मुक्त महाराष्ट्र हमारी पसंद’ अभियान के साथ-साथ बाल अधिकार जागरूकता सप्ताह का भव्य आयोजन किया गया। जिले के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इन गतिविधियों को सफल बनाने में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी उत्तम शिंदे और प्रोबेशन अधिकारी गणेश ठाकरे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिला और तालुका स्तर के अधिकारियों के समन्वय से छात्रों में बाल अधिकार, बाल सुरक्षा और बाल विवाह रोकथाम के प्रति व्यापक जागरूकता फैलाई गई।
हर स्कूल और कॉलेज में छात्रों ने ‘बाल विवाह खत्म करने की शपथ’ लेकर समाज को जागरूक करने का संकल्प जताया। शिक्षकों और छात्रों ने कार्यक्रम को उत्स्फूर्त प्रतिसाद दिया और बताया कि बाल विवाह जैसी सामाजिक समस्या के लिए जनजागरण बेहद आवश्यक है।
इस संयुक्त पहल से वाशिम जिले के मालेगांव और मंगरुलपीर में बाल विवाह सहित विभिन्न बाल अधिकार मुद्दों पर सकारात्मक माहौल बना है। अभियान छात्रों तक कानूनों और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रभावी रूप से पहुंचाने में सफल रहा है, जिससे भविष्य में इस प्रकार की सामाजिक कुरीतियों पर रोकथाम में मदद मिलेगी।
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कार्यक्रम के दौरान जिला बाल सुरक्षा अधिकारी भगवान ढोले, कानून और प्रोबेशन अधिकारी जिंनसाजी चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता अनंत इंगले, सूचना विश्लेषक रवि वानखड़े और जिला परियोजना समन्वयक अविनाश सोनुने ने छात्रों को विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बाल अधिकार, संबंधित कानूनों, सुरक्षा योजनाओं, बाल विवाह के कारणों, दुष्प्रभावों और रोकथाम के महत्व पर चर्चा की।