पालकमंत्री पंकज भोयर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Wardha Panchayat Abhiyan News: ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से वर्धा जिले की 521 ग्राम पंचायतों में मुख्यमंत्री समृद्ध पंचायत राज अभियान 17 सितंबर से 31 दिसंबर तक चलाया जाएगा। इस अभियान की प्रभावी क्रियान्वयन करने वाली ग्राम पंचायतों को राज्य सरकार की ओर से नकद पुरस्कार दिया जाएगा। यह जानकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पराग सोमन ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
सीईओ सोमन ने बताया कि इस अभियान के मुख्य उद्देश्य सुशासन युक्त पंचायत का निर्माण, आर्थिक रूप से सक्षम पंचायत, जलसमृद्ध, स्वच्छ और हरित गांवों का निर्माण, मनरेगा व अन्य योजनाओं का समन्वय, ग्रामीण संस्थाओं का सशक्तिकरण, आजीविका विकास व सामाजिक न्याय, लोकसहभाग व श्रमदान के माध्यम से जन आंदोलन का निर्माण यह है।
इस अभियान की शुरुआत 17 सितंबर को प्रत्येक ग्राम पंचायत में विशेष ग्रामसभा के माध्यम से की जाएगी। पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर सालोड हिरापुर गांव में आयोजित ग्रामसभा में उपस्थित रहेंगे और जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। वहीं जिले के विधायक समीर कुणावार, राजेश बकाणे, सुमीत वानखेड़े और दादाराव केचे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों की चयनित ग्रामसभाओं में उपस्थित रहेंगे।
अभियान के तहत तहसील स्तर पर प्रथम स्थान के लिए 15 लाख, द्वितीय स्थान 12 लाख, तृतीय स्थान 8 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। जिलास्तर पर प्रथम स्थान के लिए 50 लाख, द्वितीय स्थान के लिए 30 लाख, तृतीय स्थान के लिए 20 लाख रुपए दिए जाएंगे।
विभाग स्तर पर प्रथम स्थान के लिए 1 करोड़, द्वितीय स्थान के लिए 80 लाख व तृतीय स्थान के लिए 60 लाख रुपए दिए जाएंगे। वहीं राज्य स्तर पर प्रथम स्थान के लिए 5 करोड़, द्वितीय स्थान के लिए 3 करोड़ व तृतीय स्थान के लिए 2 करोड़ रुपए का इनाम प्रदान किये जाएंगे।
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इस अभियान के माध्यम से ग्राम पंचायतों के पास गांव के विकास के लिए बड़ी धनराशि अर्जित करने का अवसर है। सभी ग्रापं और ग्रामवासियों से आह्वान किया कि वे इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं और अभियान को सफल बनाएं।
वर्धा जिला परिषद के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (पंचायत) अमोल भोसले ने कहा कि वर्धा जिले की कुल 521 ग्राम पंचायतों में से 321 पंचायतें वर्तमान में प्रशासन के अधीन हैं। फिर भी सभी पंचायतें इस अभियान में भाग ले रही हैं। यह अभियान गांव के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण है, अतः ग्रामवासियों को भी इसमें सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए।