
वर्धा जिले में साथी पोर्टल-2 बंद करने की मांग
Wardha District: राज्य सरकार के कृषि विभाग ने बीज बिक्री के लिए ‘साथी पोर्टल-2’ का उपयोग अनिवार्य करने का निर्णय लिया है, लेकिन यह प्रणाली कृषि विक्रेताओं के लिए तकनीकी रूप से कठिन साबित हो रही है। इसी के विरोध में जिले भर के लगभग 1,100 कृषि केंद्र मंगलवार को बंद रखे गए। इस दौरान जिला कृषि व्यवसायी संघ ने जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर पोर्टल बंद करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
संघ की ओर से कहा गया कि साथी पोर्टल-2 का उपयोग व्यवहारिक रूप से कठिन है। कई बिक्री केंद्र चालकों के पास कंप्यूटर या प्रिंटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। वहीं, बीज बिक्री का मौसम अल्प अवधि का होता है, ऐसे में पोर्टल पर अनिवार्य पंजीकरण से किसानों की शीघ्र खरीदी प्रक्रिया बाधित होगी। राज्य के अधिकांश संगठन इस पोर्टल का विरोध कर चुके हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि साथी पोर्टल का उपयोग न करने पर कृषि विभाग की ओर से विक्रेताओं को नोटिस भेजने और निलंबन की कार्रवाई की संभावना है, जिससे विक्रेताओं में असंतोष बढ़ रहा है। कृषि विक्रेताओं का कहना है कि बीज, खाद और रासायनिक उर्वरकों की बिक्री के लिए पॉस मशीन का उपयोग पिछले आठ वर्षों से जारी है, जिसमें अभी भी तकनीकी दिक्कतें बनी हुई हैं। ऐसी स्थिति में नया पोर्टल लागू करना अव्यवहारिक है।
इस निर्णय के विरोध में वर्धा सहित सभी तहसीलों में कृषि केंद्र बंद रखे गए। जिला कृषि व्यवसायी संघ के जिलाध्यक्ष रवी शेंडे और सचिव मनोज भुतड़ा के नेतृत्व में उमेश मुंदड़ा, जेठूमल चांडक, श्रीनिवास चांडक, नौशाद शेख, रिजवान शेख, संदीप कुंभारे, भूपेश राठी, श्रीकांत काशीकर, गणेश चांडक, अभिलाष गुप्ता, दिलीप जाजोदिया सहित बड़ी संख्या में कृषि केंद्र चालक, पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।
पुलगांव देवली तहसील कृषि व्यवसायी संघ ने भी साथी पोर्टल-2 के विरोध में तीव्र आंदोलन किया। देवली और पुलगांव क्षेत्र के सभी कृषि केंद्र पूरी तरह बंद रहे। कृषि केंद्र चालकों ने एकत्र होकर पोर्टल बंद करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर तहसील संघ के अध्यक्ष दामोदर ठाकरे, सचिव किशोर जगताप, सुभाष पेशकार, अशोक सतिजा, गिरीष मोकाती, गिरीराज मालपानी, सतीश खुराणा, आशीष घायवट, आनंद तिवारी, धनंजय नरांजे और अन्य सदस्य उपस्थित थे।






