जगह-जगह फूटी पाइपलाइन (फोटो नवभारत)
Wardha Deoli Water Pipeline Damage News: वर्धा जिले के देवली शहर की पहली जल आपूर्ति करने वाली पानी की टंकी जर्जर हो जाने के कारण उसे गिरा दिया गया। लेकिन टंकी को गिराने से पहले शहर को पानी आपूर्ति करने वाली पाइपलाइन की पहचान कर, उसे दूसरी ओर मोड़ना आवश्यक था। किंतु जल आपूर्ति विभाग के अभियंता और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पाइपलाइन को वक्त रहते नहीं मोड़ा गया।
टंकी गिरने के बाद उसका मलबा सीधे पाइपलाइन पर गिर गया, जिससे पाइपलाइन फट गई। मलबा हटाने और पाइपलाइन की मरम्मत में समय लगने के कारण देवली शहर में पिछले छह दिनों से जल आपूर्ति पूरी तरह बंद रही। इस कारण नागरिकों को मजबूरन बोरवेल और हैंडपंप का पानी पीना पड़ा, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा।
पाइपलाइन की मरम्मत कर दी गई है, लेकिन नलों में आने वाला पानी अभी भी कीट और मिट्टी से युक्त होने के कारण लोग उसे पीने से कतरा रहे हैं। बारिश के चलते पहले से ही वातावरण दूषित है, और अब पीने के पानी की यह स्थिति नागरिकों के लिए और भी खतरनाक बन गई है। इसके परिणामस्वरूप शहर के अस्पतालों में इलाज के लिए मरीजों की भीड़ बढ़ गई है।
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नगर परिषद के जल आपूर्ति विभाग के अभियंता और कर्मचारियों ने यदि समय पर जिम्मेदारी से काम किया होता, तो नागरिकों को इस त्रासदी से नहीं गुजरना पड़ता। नागरिकों की मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस समय बारिश के मौसम के कारण सर्दी, खांसी, मलेरिया, डेंगू, और वायरल बुखार जैसी बीमारियां फैल रही हैं। ऐसे में शासकीय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आशीष लांडे ने नागरिकों से अपील की है कि वे नलों का पानी उबाल कर ही पीएं और बोरवेल या हपशी का पानी पीने से बचें।