
वैद्य परिवार के अंतिम संस्कार में पहुंचे लोग (फोटो नवभारत)
वर्धा: नियती कब किस के साथ क्या खेल खेलेंगी, यह बता नहीं सकते। ऐसा ही एक घटना महाराष्ट्र के वर्धा जिले में सामने आयी। एक ही परिवार के चार सदस्यों की हादसे में दर्दनाक मृत्यु से मांडगांव सहित संपुर्ण वर्धा जिले में शोक की लहर दौड़ गई। पिता की चिता पर पुत्र व मां की चिता पर बेटी को अंतिम विदाई दी गई। वर्धा के श्मशानभूमि में चारों पर एक साथ अंतिम संस्कार हुआ।
इस दौरान उपस्थित सभी की आंखो से आंसू छलक पड़े थे। मुलत: मांडगांव निवासी मृतक प्रशांत मधुकर वैद्य (43) यह दो वर्ष पहले बच्चों की पढ़ाई की दृष्टि से वर्धा में रहने आये थे। प्रशांत वडनेर थाने में बतौर बिट जमादार पद पर कार्यरत थे। सोमवार, 7 अप्रैल को मांडगांव में श्रीराम नवमी के उपलक्ष्य भंडारे का कार्यक्रम था। इसके लिए प्रशांत अपनी पत्नी प्रियंका (37), पुत्र प्रियांश (8) व बेटी माही उर्फ मनश्री (4) के साथ अपने गांव आए थे।
दिनभर पूरा परिवार खुश था। कार्यक्रम निपटाकर खुशी-खुशी पूरा परिवार वर्धा लौट रहा था। किन्तु काल को कुछ और ही मंजूर था। घर जाते समय उनकी कार टैंकर से टकरा गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि कार चकनाचूर हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। हादसा वर्धा के तरोड़ा के पास हुआ है।
दुर्घटनाग्रस्त वाहन व मृतक परिवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
भीषण हादसे में चारों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की खबर फैलते ही मांडगांव सहित वर्धा में खलबली मच गई। प्रियंका व प्रियांश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। चार वर्षीय माही की सेवाग्राम के अस्पताल में मौत हुई, वर्ही प्रशांत वैद्य ने मंगलवार की सुबह नागपुर के अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
मृतक प्रशांत व प्रियंका का विवाह 2 जून 2017 को हुआ था। प्रशांत के माता-पिता का निधन हो चुका है। उसका बड़ा भाई भूषण वैद्य हिंगनघाट कोर्ट में कार्यरत है। जबकि छोटी बहन शुभांगी प्रदीप टीपले कारंजा-घाडगे में रहती है। प्रियंका सिंदी रेलवे के निवासी प्रकाश सिताराम दिवटे की पुत्री थी।
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इस हादसे से वैद्य व दिवटे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। चारों के शव मांडगांव में अंतिम दर्शन के लिए लाये गए थे। यहां से वर्धा में उनका अंतिम संस्कार किया गया। दोनों परिवारों के सदस्यों ने रो-रो कर अना बुरा हाल बना लिया था। दूसरी ओर मांडगांव में घटना के बाद मंगलवार को किसी भी परिवार ने चुल्हा नहीं जलाया। अंतिम संस्कार के लिए नागरिकों की भीड़ उमड़ी थी।
मृतक प्रशांत वैद्य वडनेर थाने में बतौर बिट जमादार पद पर कार्यरत था। हादसे की खबर मिलते पुलिस विभाग में शोक की लहर फैल गई। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से लेकर अधिकांश कर्मचारी वर्धा पहुंचे थे। श्मशानभूमि में अंतिम संस्कार के दौरान तीन राऊन्ड फायर कर प्रशांत वैद्य व अन्य सदस्यों को सलामी दी गई़ इस प्रसंग पर माहौल गम में डूब गया था।






