सर्वर डाउन से छात्र परेशान (सौजन्यः सोशल मीडिया)
वर्धा: राज्य में 11वीं कक्षा की ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया 21 मई से शुरू हुई थी, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। सोमवार, 26 मई से यह प्रक्रिया फिर से शुरू की गई, किन्तु फिर से वेबसाइट पर लिंक जाम होने की वजह से छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। इसी के साथ आगे की प्रक्रिया के लिए भी तिथि बढ़ाई गई है।
दसवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों की ग्यारहवीं प्रवेश के लिए भागदौड़ चल रही है। वर्ष 2024-25 की युडायस रिपोर्ट के अनुसार जिले में आर्ट, कॉमर्स, साइंस व वोकेशनल संकाय की कुल 14,916 सीटें उपलब्ध बताई गई हैं। इसके लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू है, किन्तु इसमें तकनीकी दिक्कतें आने के कारण विद्यार्थी त्रस्त हो गए हैं। पहले चरण में कैप राउंड के प्रवेश दिए जाएंगे।
पश्चात विविध तरह के कोटे के तहत प्रवेश दिए जाएंगे। कैप राउंड के रजिस्ट्रेशन का दौर शुरू हो गया है, जबकि कोटा के तहत प्रवेश 20 जून से शुरू होगा। तकनीकी खराबी के कारण इस प्रक्रिया को चार दिन के लिए स्थगित किया गया था। अब 26 मई से पुन: यह प्रक्रिया आरंभ हुई है, जो 3 जून तक चलेगी। 5 जून को प्रोविजनल मेरिट सूची जारी होगी।
6 और 7 जून को सूची पर आपत्ति सहित सुधार किए जाएंगे। अंतिम मेरिट सूची 8 जून को घोषित की जाएगी। 9 से 11 जून तक सभी दस्तावेजों की पड़ताल कर उन्हें अपलोड किया जाएगा। पहले और दूसरे राउंड में प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा इस बार प्रवेश प्रक्रिया को जल्दी निपटाने की कवायद जारी है, किन्तु तकनीकी खराबी के कारण इसमें दिक्कतें आ रही हैं।
हर बार की तरह इस बार भी जूनियर कॉलेजों में कोटा निर्धारित किया गया है। इसके तहत प्रबंधन कोटा, इन हाउस, अल्पसंख्यक कोटा का समावेश है। जिन स्कूलों में जूनियर कॉलेज हैं, वहां छात्रों को इन हाउस कोटा के तहत प्रवेश दिया जाएगा। जबकि अल्पसंख्यक स्कूलों में करीब आधी सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। वहीं आधी सीटें कैप राउंड से भरी जाएंगी। यह प्रक्रिया 20 जून से आरंभ होगी।
जिले में कुल 136 कॉलेज हैं। 11वीं प्रवेश के लिए चारों संकाय में करीब 14,916 सीटें उपलब्ध बताई गई हैं। वहीं इस बार दसवीं बोर्ड परीक्षा में 13,795 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें 6,765 छात्र और 7,030 छात्राओं का समावेश है। उत्तीर्ण विद्यार्थियों की तुलना में 11वीं प्रवेश की सीटें अधिक होने से विद्यार्थी अपने मनपसंद संकाय में प्रवेश ले सकते हैं। इसमें सर्वाधिक प्रतियोगिता विज्ञान संकाय के लिए दिख रही है।