17 कृषि केंद्रों के लाइसेंस निलंबित (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Agricultural Centers: जिले में खरीफ सीजन के दरमियान कृषि विभाग ने तहसील व जिला स्तर पर उड़न दस्ते तैयार कर कृषि केंद्रों की जांच की। जांच के दौरान कुछ कृषि केंद्र में खामियां उजागर होने के बाद उन्हें नोटिस देकर उनका पक्ष रखने के लिए समय दिया था। मात्र 17 कृषि केंद्र संचालकों ने पर्याप्त जबाब नहीं देने के कारण उनका लाइसेंस सस्पेंड किया गया। खरीफ सीजन में खाद, बीज व दवाई की किल्लत व नकली बीज की बिक्री को लेकर प्रभावी रूप से नियोजन करने के लिए कृषि विभाग ने कृषि केंद्र की जांच आरंभ की थी।
जांच मुहिम के दौरान कुछ कृषि केंद्र में खामियां उजागर हुई थी। जिसके बाद उन्हें नोटिस थमाया गया था। 17 दुकानदारों ने पर्याप्त जवाब नहीं देने के कारण सह कार्रवाई की गई. तथा 11 कृषि सेवा केंद्रों को सुधार करने के संदर्भ में कहां गया है।
कृषि विभाग ने आर्वी तहसील के जैन कृषि केंद्र रोहना, मे. तुलजा कृषि केंद्र वाढोणा, मे. महाकाली एग्रो एजेन्सी तलेगाव (रघुजी), समुद्रपुर तहसील के मे. संकेत कृषि केंद्र समुद्रपूर, मे. संत भोजाजी महाराज कृषि केंद्र समुद्रपूर, मे. शंकर कृषि केंद्र समुद्रपूर, मे. साहिल कृषि केंद्र मांडगाव, मे. गायत्री सीड्स वर्धा, मे. शालिनी कृषि सेवा केंद्र कारंजा, आष्टी तहसील के तलेगांव के मे. माऊली एग्रो एजेन्सी, देवली तहसील के. विधी एग्रो एजेन्सी गिरोली, हिंगनघाट तहसील के मे. कृषि सेवा केंद्र अल्लीपुर, मे. आदर्श कृषि सेवा केंद्र वडनेर, मे. साई-सुविधा सेवा कृषि केंद्र सावली वाघ, मे. श्री. संत भोजाजी महाराज कृषि केंद्र अल्लीपुर,. श्री. बालाजी एग्रो एजेन्सी कानगांव, मे. हटवार कृषि केंद्र कानगाव कृषि सेवा केंद्र का समावेश है।
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यूरिया की किल्लत निर्माण न हो इसके लिए 2,300 मे. टन का स्टॉक सुरक्षित रखने का टारगेट दिया गया था.। जिसके अनुसार 2172.50 मे. टन यूरिया सुरक्षित रखा गया है। कृषि केंद्रों को यूरिया का स्टॉक उपलब्ध कराया गया है, ऐसी जानकारी कृषि अधिकारियों ने दी।