किसान ने गांजा व शराब भट्टी लगाने की सरकार से मांगी अनुमति (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: निरंतर निर्माण हो रही अकालजन्य परिस्थिति तथा सरकार के उदासीन रवैये के चलते त्रस्त किसान द्वारा गांजा व शराब भट्टी लगाने अनुमति प्रदान करें, ऐसी मांग की है़ दौरान अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष यशवंत झाडे ने संबंधित किसान का समुपदेशन कर मार्गदर्शन किया़। जिले के सावली (सास्ताबाद) निवासी किसान पंकज मंगलराव पिसुड्डे के पास नुरापुर में 1।46 हेक्टेयर खेत है।
इस वर्ष किसान ने खेत में कपास, सोयाबीन फसल लगाए थे। लेकिन सतत हो रही बारिश की वजह से फसल नष्ट होने के पर है। उसे फसल नहीं होगी ऐसा दिख रहा है। उस पर पंजाब नेशनल बैंक का ऋण बकाया है। आज की घड़ी में खेती का लागत खर्च, बीज, खाद, छिड़कांव मशीन का खर्च और मजदूरी भी बढ़ी है।
खेती का खर्च करने के लिए बैंक से ऋण लिया था। अब अतिवृष्टि और फसल नहीं होने पर जीवनयापन कैसे करें। इस चिंता में किसान पंकज पिसुड्डे फंसा है। आखिरकार त्रस्त होकर जिला प्रशासन से खेत में गांजा के पेड़ लगाने एवं शराब भट्टी लगाने का लिखित अनुमति आवेदन किया।
यह ज्ञापन जिलाधिकारी, उपविभागीय अधिकारी व पालकमंत्री को सौंपा है। ज्ञापन लेकर किसान पंकज पिसुड्डे ने अखिल भारतीय किसान राज्य उपाध्यक्ष यशवंत झाडे के कार्यालय में भेंट की थी। इस अवसर पर पीड़ित किसान का किसान सभा की ओर से समुपदेशन किया। किसान सभा कार्यालय में शिलानंद बुरबुरे, संजय भगत, भीमराव नाखले, सुरज बुरबुरे उपस्थित थे। राज्य व केंद्र सरकार ने किसान को ऋणमाफी का आश्वासन दिया। बिन ब्याजी बैंक ने ऋण देना चाहिए। राज्य में अतिवृष्टी होने से सभी किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार की मदद देनी चाहिए।
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केंद्र सरकार ने बढ़ती महंगाई की तरह समर्थन मूल्य में वृद्धि कर उस कीमत में खेतमाल खरीदी का प्रबंध करें। ऐसी मांग किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष देवेंद्र शिनगारे, कार्याध्यक्ष अविनाश जरिले, जिला सचिव जगन चांभारे, अनिल चव्हान ने की। राज्य सरकार ने तुरंत दखल लेकर कार्यवाही करें। किसान को मदद करें। अन्यथा किसान पंकज पिसुड्डे जैसी स्थिति अनेक किसानों की होगी। नही तो किसान की आत्महत्या बढ़ने की संभावना झाडे ने व्यक्त की। अब प्रशासन किसान के बारे में क्या निर्णय लेते है। इस ओर सभी की नजरें लगी है।