
हाऊसफुल चल रही बसें व ट्रेनें
Wardha District: दीपावली के अवसर पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए राज्य परिवहन निगम एवं रेल विभाग ने पहले से ही अतिरिक्त बसों और ट्रेनों के परिचालन का नियोजन किया था। इसके बावजूद सभी बसें और ट्रेनें हाऊसफुल चल रही हैं। टिकट न मिलने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी स्थिति का लाभ उठाकर अधिक पैसे ऐंठने वाले एजेंट सक्रिय हो गए हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की लगभग 80 प्रतिशत जनता यात्रा के लिए राज्य परिवहन निगम (एस।टी।) पर निर्भर है, जबकि लंबी दूरी की यात्रा के लिए 95 प्रतिशत यात्री रेलवे को प्राथमिकता देते हैं।
दीपावली के पाँच दिन पूर्व से ही एस।टी। बसों में भारी भीड़ देखी जा रही है। रेलवे में सबसे अधिक भीड़ वर्धा से पुणे व मुंबई जाने वाली ट्रेनों में दर्ज की गई है, जिनमें अधिकांश यात्री स्कूली छात्र एवं नौकरीपेशा युवा वर्ग के हैं, जो त्यौहार मनाकर वापस लौटने के लिए सुरक्षित यात्रा की तलाश में हैं। इसी का फायदा उठाकर टिकट के नाम पर अधिक राशि वसूलने वाले एजेंट सक्रिय हो गए हैं। वर्धा बस स्थानक से नागपुर, अमरावती, चंद्रपुर, यवतमाल की ओर जाने वाली बसें हाऊसफुल चल रही हैं। जिले के भीतर भी सभी बसों में यात्रियों की भीड़ बनी हुई है।
राज्य परिवहन निगम ने यात्रियों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए 5 नवंबर तक स्थानीय स्तर पर अतिरिक्त बसें चलाई हैं। इनमें वर्धा बस स्थानक से नागपुर व यवतमाल, आर्वी बस स्थानक से अमरावती, वरुड, मोर्शी; हिंगनघाट बस स्थानक से चंद्रपुर, नागपुर, वर्धा, अमरावती; तलेगांव बस स्थानक से नागपुर, अमरावती, मोर्शी, वर्धा, वरुड; तथा कुर्हा एवं पुलगांव बस स्थानक से वरुड, चंद्रपुर, अमरावती, वर्धा मार्गों पर अतिरिक्त शेड्यूल जोड़े गए हैं। एस.टी. विभाग नियंत्रक ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अवैध वाहन का उपयोग न करें तथा टिकट आरक्षण के लिए केवल महामंडल के आरक्षण केंद्र या ई-टिकट योजना का ही लाभ लें।
ये भी पढ़े: आंखों को नुकसान पहुंचा रही कार्बाइड गन! 1200 मामले आए सामने, मेडिकल में 4 संदिग्धों का ऑपरेशन
लंबी दूरी के लिए वर्धा से प्रायः नांदेड, पुणे और मुंबई मार्गों पर ही निजी बसें संचालित होती हैं। इन दिनों वर्धा से बाहरगांव जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है। ट्रैवल्स एजेंसियां बस पूरी तरह बुक होने का हवाला देकर सामान्य टिकट दर से तीन से चार गुना अधिक राशि वसूल रही हैं। इसके साथ ही जिले के भीतर चलने वाले निजी वाहन, जैसे कालीपीली गाड़ियाँ एवं ट्रैवल्स बसें भी हाऊसफुल हैं। विशेष यात्री गाड़ियों के किराए भी आसमान छू रहे हैं, जिससे आम यात्रियों की जेब पर इन दिनों भारी बोझ पड़ रहा है।






