बहुचर्चित अंकीता पिसुड्डे अग्निकांड प्रकरण (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Hinganghat Incident: देशभर में चर्चित रहे प्रो. अंकीता पिसुड्डे अग्निकांड प्रकरण में एक महत्वपूर्ण निर्णय सामने आया है। पालकमंत्री एवं राज्य के गृह राज्यमंत्री डॉ. पंकज भोयर तथा विधायक समीर कुणावार के प्रयासों से प्रो. अंकीता पिसुड्डे के भाई प्रज्वल अरुण पिसुड्डे को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। इस संबंध में शासन द्वारा 26 नवंबर को नियुक्ति आदेश जारी किया गया है।
ज्ञात हो कि 3 फरवरी 2020 को हिंगनघाट के नंदोरी चौक में कॉलेज के लिए जा रही प्रो. अंकीता पिसुड्डे पर आरोपी विकेश उर्फ विक्की नगराले ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। गंभीर रूप से झुलसी अंकीता को तुरंत नागपुर के ऑरेंज सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 10 फरवरी 2020 को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। इस हृदयविदारक घटना ने राज्य सहित पूरे देश में तीव्र जनआक्रोश पैदा किया था।
जनाक्रोश के बाद तत्कालीन सरकार ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन तो दिया था, लेकिन ऐसे मामलों में नौकरी देने का स्पष्ट प्रावधान न होने के कारण यह कार्यवाही लंबित थी। पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर और विधायक समीर कुणावार ने इस विषय में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से लगातार अनुसरण किया। परिणामस्वरूप, शासन ने विशेष निर्णय लेते हुए प्रज्वल पिसुड्डे को न्याय सहायक वैज्ञानिक प्रयोगशाला में ‘सरल सेवा कोटि’ के अंतर्गत नियुक्ति प्रदान की है।
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राज्य गृह विभाग की उप सचिव अर्चना वालझाडे ने 26 नवंबर 2025 को नियुक्ति पत्र जारी किया। इसके अनुसार, 1 दिसंबर को न्याय सहायक वैज्ञानिक प्रयोगशाला, मुंबई के निदेशक डॉ. वि. ज. ठाकरे ने प्रज्वल पिसुड्डे को वैज्ञानिक सहायक (गट-क) पद हेतु नागपुर में नियुक्ति आदेश प्रदान किया है। उन्हें 30 दिनों के भीतर पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकारी नौकरी मिलने पर प्रज्वल ने पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। इस अवसर पर पालकमंत्री भोयर ने उनका सत्कार भी किया। प्रज्वल आगामी 15 दिनों के भीतर अपने नए पद पर कार्यभार संभालेंगे।