देवेंद्र फडणवीस व उद्धव ठाकरे (डिजाइन फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र के राजनीति में पिछले पांच सालों में जो हुआ, उसने सबको भ्रम में डाल रखा है। महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहे सियासी उलटफेर के बीच विधानसभा चुनाव के बाद सत्ताधारी महायुति में खटपट शुरू हो गई है। वहीं दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने भी भाजपा को भ्रम में डाल दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने पहले भाजपा पर निशाना साधा तो बाद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कक्ष में पहुंच कर बधाई भी दी। इस घटना के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी नीत महायुति को मिली ऐतिहासिक सफलता में लाडली बहन योजना का उल्लेखनीय योगदान रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री व शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि राज्य की सभी बहनों के खाते में बिना शर्त के जल्द से जल्द पैसा जमा कराए।
शीतकालीन सत्र के उपलक्ष्य में नागपुर पहुंचे ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महायुति सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने चुनाव में की गई घोषणा के अनुरूप बहनों को 2100 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से योजना का बकाया पैसे देने की मांग की।
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उद्धव ठाकरे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार बैलट से चुनाव कराने की जनता की मांगों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने महायुति सरकार को ईवीएम की सरकार कहते हुए कहा कि सरकार का पहला सत्र चल रहा है लेकिन जीत के लिए कहीं कोई उत्साह नहीं दिख रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में महायुति की नई सरकार पर हमला बोलने के बाद उद्धव ठाकरे ने पहले मुख्यमंत्री फडणवीस से मिलकर उन्हें जीत व मुख्यमंत्री बनने के लिए बधाई दी और बाद में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से भी मुलाकात की। फडणवीस के साथ 5 से 10 मिनट की अप्रत्याशित मुलाकात के बाद उद्धव ने कहा कि भले ही हम चुनाव नहीं जीते और वो जीत गए हैं, उनकी सरकार बन गई। लेकिन मैं महाराष्ट्र में सभ्य राजनीति की उम्मीद करता हूं। हम अपेक्षा रखते हैं कि यह सरकार महाराष्ट्र के हित में निर्णय लेगी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि चुनाव के नतीजे अनअपेक्षित थे। हम जनता के जरिए ईवीएम के खिलाफ आवाज उठाएंगे। दूसरी तरफ उद्धव की फडणवीस और नार्वेकर से हुई मुलाकात के बारे में सूत्रों का दावा है कि इन बैठकों के दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता पद को लेकर उद्धव की चर्चा हुई है। ठाकरे, फडणवीस की मुलाकात के दौरान आदित्य ठाकरे और वरुण सरदेसाई और अनिल परब भी मौजूद थे।