
ट्रैफिक पुलिस की लड़के ने दौड़ाकर पकड़ी स्कूटी (Image- Screen Capture)
Mumbai Traffic Police News: मुंबई से सटे ठाणे पश्चिम के वागले एस्टेट स्थित अंबिकानगर इलाके में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां ट्रैफिक पुलिस और एक युवक के बीच हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। बताया जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस ने उस युवक को बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने पर रोका और नियमों का उल्लंघन करने पर चालान काटा। लेकिन इसके बाद युवक ने खुद ट्रैफिक पुलिस की गलती पकड़ ली और उन्हीं से जुर्माना भरवा लिया।
दरअसल, चालान कटने के कुछ देर बाद ही पुलिसकर्मियों ने एक दूसरे बिना नंबर प्लेट वाले एक्टिवा वाहन को जब्त कर ट्रैफिक ऑफिस ले जाने की प्रक्रिया शुरू की। युवक ने देखा कि पुलिस जब्त की हुई बिना नंबर प्लेट की एक्टिवा पर सवार होकर ट्रैफिक ऑफिस जा रही है। उसने पुलिसकर्मियों का पीछा करते हुए उनका वीडियो रिकॉर्ड किया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
बच्चे का HSRP नंबर प्लेट न होने पर चालान काटा गया , लेकिन चालान काटने वाले पुलिस महाशय खुद बिना HSRP नंबर प्लेट की गाड़ी में भ्रमण कर रहे थे। pic.twitter.com/nOqqbEAiSc — खुरपेंच (@khurpenchh) October 28, 2025
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में युवक ने तुरंत दौड़कर पुलिसकर्मियों को रोका और सवाल किया, “आपकी बाइक की नंबर प्लेट कहां है? जब हम पर चालान काट रहे हैं, तो खुद नियम क्यों तोड़ रहे हैं?” इस पर पुलिसकर्मियों ने सफाई दी कि यह गाड़ी कार्रवाई के लिए जा रही है, लेकिन जब मामला बढ़ा तो जांच में सामने आया कि बाइक ट्रैफिक पुलिस के एक परिचित की थी, जिस पर नंबर प्लेट और पुलिस का लोगो भी गलत तरीके से लगा था।
ट्रैफिक पुलिस उपनिरीक्षक पंकज शिरसाट ने बिना नंबर प्लेट और पुलिस लोगो वाली बाइक पर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने वाले लोग घटना का वीडियो कुछ ही घंटों में वायरल कर चुके थे और यह चर्चा का विषय बन गया। घटना के बाद कई लोग सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते दिखे, वहीं कुछ ने युवक की गलती बताते हुए कहा कि नियमों का पालन न करने पर चालान काटना उचित है।
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फिलहाल इस पूरे मामले में ठाणे ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वायरल वीडियो की प्रामाणिकता की जांच की जा रही है। वहीं, स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं ट्रैफिक नियमों और पुलिस की साख दोनों को प्रभावित करती हैं।






