ठाणे न्यूज
Thane News: शिवसेना-भाजपा में बगावत को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया गया। आखिरी समय तक यह छिपाने का प्रयास किया गया कि पार्टी ने किसे उम्मीदवार बनाया है। वर्तक नगर स्थित भाजपा के विभागीय कार्यालय में टिकट के इच्छुक लोगों एवं उनके कार्यकर्ताओं का जमावड़ा देर रात तक लगा रहा। रात के तीन बजे तक लोगों को एक कमरे में बैठाया गया था।
इस बीच पूर्व नगरसेवक राजकुमार यादव सहित अन्य कुछ इच्छुक उम्मीदवारों का नाम नहीं होने से कार्यकर्ता भड़क गए, कुछ कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में तोड़ फोड़ की एवं सड़क जाम करने का प्रयास किया। मनपा चुनाव में भाजपा एवं शिवसेना की तरफ से उत्तर भारतीय कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किए जाने से काफी नाराजगी व्याप्त है। राजकुमार यादव ने भाजपा नेताओं पर ढाई करोड़ रुपए में टिकट बेचने का आरोप लगाया है।
नामांकन पत्र दाखिल होने का समय खत्म होने के बाद भी शिवसेना व भाजपा की तरफ से उम्मीदवारों की सूची नहीं जारी की गयी है। शिवसेना एवं भाजपा से कई उत्तर भारतीय कार्यकर्ताओं ने टिकट की दावेदारी की थी। लेकिन दोनों दलों ने ठेंगा दिखाया है।
जिससे नाराज होकर पूर्व नगरसेवक राजकुमार यादव, केवला देवी सहित अन्य राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए मंगलवार को तड़के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कार्यालय में पार्टी के जिला अध्यक्ष नजीब से मुल्ला ने राजकुमार यादव, महेंद्र सोलारे को सहित अन्य को पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद बी फार्म दिया।
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66 ‘ठाणे में बीजेपी और शिवसेना के बीच महागठबंधन हुआ है। भाजपा को 40 और शिवसेना को 87 सीटें मिली हैं। हमें इस बात का बहुत दुख है कि सीटों के बंटवारे में हमें उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली। लेकिन बड़े हित भी जरूरी है। हमें उस वार्ड में एक भी सीट नहीं मिली जहां लोगों का पूरा समर्थन है।
हमने 131 वार्ड में उम्मीदवार उतारने की पूरी तैयारी की थी। लेकिन हमें उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली। इस वजह से कार्यकर्ता नाराज थे हमने उन्हें मनाने की कोशिश की है। ऐसा नहीं है कि हम सीटों के बंटवारे संतुष्ट हैं, लेकिन हमें बड़े गठबंधन और बड़े हित ध्यान में रखते हुए इन बातों को मानना होगा।”
– संजय केलकर, विधायक, भाजपा
शिवसेना के उत्तर भारतीय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलाब दुबे के पुत्र आशीष दुबे के अलावा, उत्तर भारतीय जनता परिषद के अध्यक्ष विश्वनाथ दुबे के पुत्र सागर दुबे, संगठन के उपाध्यक्ष शशि कुमार यादव, कंचन सिंह, सीपी मिश्रा सहित अन्य ने ठाणे एवं कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के अलग-अलग वार्डों से टिकट की मांग की थी।
लेकिन शिवसेना का टिकट उत्तर भारतीयों के कोटे में नहीं गया है। जिससे शिवसेना के खिलाफ भी उत्तर भारतीयों में नाराजगी व्याप्त है।
कल्याण डोंबिवली में भी नाराज उत्तर भारतीय कार्यकर्ताओं ने शिवसेना (यूबीटी) व निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।