वन मंत्री गणेश नाईक (pic credit; social media)
Thane Municipal Corporation Election: ठाणे महानगर पालिका चुनाव से पहले भाजपा ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं। राज्य के वन मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश नाईक ने संकेत दिया है कि भाजपा इस बार ठाणे मनपा चुनाव किसी के साथ गठबंधन किए बिना अकेले लड़ेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि ठाणे में सत्ता पर कब्जा जमाने के लिए रावण के अहंकार का दहन करना होगा। यह बयान सीधे तौर पर उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज के रूप में देखा जा रहा है।
गणेश नाईक ने कहा कि जिस तरह नवी मुंबई में पार्टी को सत्ता दिलाई गई, उसी तरह ठाणे मनपा पर भी भाजपा का कब्जा कराया जाएगा। विधानसभा चुनाव 2024 में शत-प्रतिशत सफलता के बाद भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अब मनपा चुनावों पर फोकस कर रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद नाईक को ठाणे जिले में पार्टी की ताकत बढ़ाने की खुली छूट दी है।
हालांकि नाम नहीं लिया, लेकिन नाईक का इशारा साफ था। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को रावण जैसे अहंकार का दहन करना होगा। यह टिप्पणी सीधे तौर पर शिंदे गुट पर हमला माना जा रहा है। नाईक ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए साफ कहा कि यदि युति में भाजपा को सम्मानजनक सीटें नहीं दी गईं तो गठबंधन का विरोध करने वाला पहला व्यक्ति वे होंगे।
गणेश नाईक पिछले कुछ महीनों से ठाणे शहर पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। वे यहां तीन बार जनता दरबार लगा चुके हैं और स्थानीय समस्याओं को सुलझाने का प्रयास किया है। संगठन को मजबूत करने के लिए भाजपा ने संदीप लेले को जिला अध्यक्ष की कमान दी है, जिनके नेतृत्व में पार्टी को पहले भी सफलता मिल चुकी है।
कार्यशाला में मौजूद पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भी मांग की कि भाजपा को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए। नाईक ने इस मौके पर चुनावी शंखनाद करते हुए कहा कि ठाणे मनपा में भाजपा का महापौर बनाने का समय आ गया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूछा – क्या आप तैयार हैं? जिस पर पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।
इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि भाजपा ठाणे में शिंदे गुट के सामने सीधी चुनौती खड़ी करने जा रही है और आने वाले चुनाव बेहद रोचक होने वाले हैं।